उत्तराखंड में रहे नोटबंदी जैसे हालात, अधिकतर ATM रहे खाली, पर्वतीय इलाकों में हालात बदतर

देहरादून/ब्यूरो। राजधानी समेत प्रदेश भर में बुधवार को करेंसी का टोटा रहा। एटीएम में नोटों का अकाल रहा और लोग इधर से उधर भटकत रहे, लेकिन बहुत कम लोग ही खुशनसीब रहे जिन्हें एटीएम से नकदी हासिल हुई। ग्रामीण इलाकों की बात तो दूर शहर के अधिकतर एटीएम खाली रहे। जिन एटीएम में नोट मिल रहे थे, वहां घंटों लाइन में लगकर ही लोगों का नंबर आया।

राजधानी में दूनवासियों को नोटबंदी के दिन याद आ गए। कम से कम एटीएम सेवाओं के बारे में तो यही कहा जा सकता है। तीन दिनों से लोग जैसे कैशविहीन हो गए हैं। रोजाना के काम प्रभावित हो रहे हैं। राजपुर मार्ग, चकराता रोड, तिलक रोड, कांवली रोड, सहारनपुर रोड, पटेलनगर, माजरा, सुभाष नगर, प्रेमनगर, नेहरू कालोनी, रायपुर, सहस्त्रधारा मार्ग, कृष्णनगर, कौलागढ़, जीएमएस रोड, गुरु तेगबहादुर रोड, राजपुर क्षेत्र में हजारों लोग एटीएम में भटकते रहे। बहुत आशा लेकर गए थे लेकिन उन्हें सिर्फ निराशा ही मिली।

शिक्षाविद् डॉ. हिमांशु शेखर कहते हैं कि बैंकों की सुस्ती व उदासीनता से सभी पीड़ित हो रहे हैं। समस्या लंबे समय से चल रही थी। लेकिन अब हालात बेकाबू हो चले हैं। उपभोक्ता अधिकारों के लिए लड़ने वाले डॉ. एसके कुलश्रेष्ठ बताते हैं कि इसके लिए बैंक प्रबंधन व बोर्ड जिम्मेदार हैं। यह मामला गंभीर कुप्रबंधन का है। अगर उन्हें इतनी भी सूचना नहीं थी तो यह शर्मनाक है। उपभोक्ता संरक्षण मंच के ब्रिगेडियर केजी बहल, सुशील त्यागी व जगमोहन मेंदीरत्ता का कहना है कि यह समस्या कई महीनों से चल रही थी।

प्रदेश के बैंक अंचल कार्यालयों में चार सौ करोड़ रुपये की करेंसी पहुंचने की सूचना मिली है। इससे कुछ दिनों तक लोगों को राहत मिल सकती है। हालांकि यह धनराशि इतनी कम है कि बमुश्किल एक सप्ताह तक करेंसी टिक पाएगी। यात्रा सीजन में यात्रियों व प्रदेशवासियों के साथ यह बड़ा खिलवाड़ है। पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख अनिल खोसला ने बताया कि पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम में करेंसी को लेकर दिक्कत नहीं है। हमने पहले भी चालीस करोड़ करेंसी व्यवस्था की थी। इससे लोगों को राहत मिलती रही है। अब भारतीय रिजर्व बैंक से 70 करोड़ की करेंसी हमें प्राप्त हो गई है।

Be the first to comment on "उत्तराखंड में रहे नोटबंदी जैसे हालात, अधिकतर ATM रहे खाली, पर्वतीय इलाकों में हालात बदतर"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*


error: Content is protected !!