कानपुर में कालेधन की सबसे बड़ी बरामदगी, 96.62 करोड़ के पुराने नोट मिले

कालेधन के रूप में पुराने पांच सौ व हजार के नोटों की अब तक की सबसे बड़ी बरामदगी कानपुर में हुई है। 24 घंटे से ज्यादा समय तक चली इस संयुक्त कार्रवाई में पुलिस ने 96.62 करोड़ रुपए कीमत के पुराने नोट बरामद किए हैं। एनआईए, पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने तीन होटलों और एक बल्डिर के ऑफिस व घर पर छापेमारी कर यह कालाधन बरामद किया है। पुलिस ने इसमें शामिल मनीचेंजर सहित 16 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग कानपुर के अलावा लखनऊ, मर्जिापुर, वाराणसी, बागपत, कोलकाता व आंध्रप्रदेश के हैं। बरामद नोटों को पांच बड़े बक्सों में भरकर बल्डिर के यहां ही पुलिस निगरानी में रखा गया है। पुलिस अब उन तक पहुंचने का प्रयास कर रही है जिनके जरिए इन नोटों को बदलने का खेल चल रहा था।

कालेधन के खिलाफ पुलिस, क्राइम ब्रांच और एनआईए का यह अब तक का सबसे बड़ा सर्च ऑपरेशन बताया जा रहा है। एनआईए की इनपुट पर मंगलवार रात पुलिस टीमों ने एक साथ कई ठिकानों पर छापेमारी की। पुलिस ने शहर के तीन होटल खंगाले। यहां से नोटों के सौदागरों को दबोचने के बाद उनकी निशानदेही पर स्वरूपनगर स्थित एक बल्डिर के घर, दफ्तर पर छापेमारी की गई। बल्डिर के बंगले से 96.62 करोड़ की कीमत के 1000 और 500 के पुराने नोट बरामद हुए। पुलिस की सूचना पर आयकर विभाग, प्रवर्तन निदेशालय समेत अन्य वत्तिीय संस्थाओं ने भी जांच-पड़ताल की। होटल से पकड़े गए लोगों से पूछताछ के आधार पर पुलिस ने बुधवार दोपहर तक दबिश देकर अलग-अलग स्थानों से 16 लोगों को दबोच लिया। उर्सला अस्पताल में परीक्षण के बाद सभी को जेल भेज दिया गया। शाम को मीडिया से बातचीत मे आईजी रेंज आलोक कुमार सिंह ने बताया कि आरोपियों के पास से बरामद पुराने नोटों के नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। अभी यह नहीं पता चल सका कि पुराने नोट कैसे एक्सचेंज किए जा रहे थे। पुराने नोटों का सौदागर बल्डिर आनंद खत्री नोटों का क्या करता था। इन सवालों के जवाब के लिए आरोपियों को रिमांड पर लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि पूछताछ में कुछ कंपनियों के नाम भी सामने आए हैं। उन कंपनियों का सत्यापन भी कराया जाएगा।

पुरानी करंसी रखने पर 5 गुना जुर्माना
कानून के मुताबिक 10 से ज्यादा पुराने पांच सौ और हजार के नोट बरामद होने पर पांच गुना जुर्माना और पांच साल की जेल का प्रावधान है। इस हिसाब से कानपुर से बरामद 96.62 करोड़ की करंसी पर 483.31 करोड़ रुपए आरोपियों को बतौर जुर्माना अदा करना पड़ सकता है। सीआईआरसी के पूर्व चेयरमैन सीए विवेक खन्ना का कहना है कि देश में पुराने नोटों से संबंधित कानून के तहत दस से ज्यादा पुराने नोट मिलने पर बरामद रकम का पांच गुना जुर्माना और पांच साल तक की जेल का प्रावधान है।
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क्या बोले अफसर
कानपुर के विभन्नि ठिकानों पर छापेमारी जारी है। मामले में अभी कुछ और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। प्राथमिक जांच में किसी आतंकी नेटवर्क से रुपए की बरामदगी के कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं।
-अरविंद कुमार, प्रमुख सचिव गृह
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गिरफ्तार लोगों से इस बात की जानकारी हुई है कि नोट कैसे आ रहे थे। यह नहीं पता चला कि नोट कैसे और कहां बदले जाने थे। इस नेटवर्क के बारे में पता लगाया जा रहा है। आरोपियों को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
-आलोक सिंह, आईजी रेंज कानपुर
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इन्हें किया गया गिरफ्तार
-आनंद खत्री, निवासी स्वरूप नगर कानपुर
-संतोष कुमार यादव, निवासी 1579 कल्याणपुर टूटी पुलिया कश्यप नगर कानपुर
-मोहित ढींगरा, निवासी 109/242 आरके नगर नजीराबाद
-संतोष पाठक, निवासी उकथी वाराणसी
-संजय कुमार निवासी डेकिंगगंज मर्जिापुर
-संत कुमार यादव, निवासी ग्राम ब्रुडसैनी बागपत
-ओंकार, निवासी मटियारी लखनऊ
-अनिल यादव, निवासी नरही अपार्टमेंट हजरतगंज लखनऊ
-रामाश्रय, निवासी तिलई वन्धिाचल मर्जिापुर
-संजय कुमार सिंह, निवासी घमहापुर रोहनिया वाराणसी
-धीरेन्द्र गुप्ता, निवासी चैतगंज मर्जिापुर
-संजीव अग्रवाल, निवासी 5 नम्बर जेबियस हेल्दन एवेन्यू प्रगति मैदान कोलकाता
-मनीष अग्रवाल, निवासी अभय गुहा रोड लिलुआ हावड़ा
-कुटेश्वर राव, निवासी शाही विला बैगमपैठ मैथाडस्टि स्ट्रीट हैदराबाद
-अली हुसैन, निवासी 15 2 430/13 नियर गर्ल्स हाईस्कूल गुर्रावाला गढ्ढा माच लल्ला आन्ध्र प्रदेश
-राजेश्वरी, निवासी देवड़ा चेरऊ बोंगोल प्रकाशम आंध्र प्रदेश

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