भोपाल । कोर्ट-कचहरी के मामलों में निर्दोष व्यक्ति ज्यादा परेशान होता है, जबकि दोषी मजे काटता है। यह कहना है प्रदेश के नवागत लोकायुक्त जस्टिस (रिटायर्ड) नरेश गुप्ता का। सोमवार को चार्ज लेने के बाद मीडियाकर्मियों ने उनसे भ्रष्टाचार में लिप्त मंत्री, अफसरों पर लोकायुक्त की कार्रवाई के संबंध में सवाल पूछा था, जिस पर उन्होंने ये जवाब दिया। हाईकोर्ट का अनुभव है : जस्टिस गुप्ता ने कहा कि मुझे हाईकोर्ट का अनुभव है, जहां सबसे ज्यादा निर्दोष परेशान होते हैं। वे अपने लोकायुक्त कार्यकाल में दोषियों को नहीं बख्शेंगे, जबकि निर्दोषों के साथ न्याय होगा। दिखा विवादों का असर : नियुक्ति विवाद को लेकर मीडिया में छपी खबरों का असर लोकायुक्त के चेहरे पर नजर आया। उन्होंने इन विवादों को साफ तौर पर मीडिया की उपज बताया। हालांकि मीडिया से सौजन्य भेंट की औपचारिकता निभाते हुए उन्होंने प्रेसवार्ता के पूर्व ही नियुक्ति से संबंधित प्रश्न न पूछने का फरमान सुना दिया था।
तीन मिनट की प्रेसवार्ता में लोकायुक्त ने सभी सवालों का एक ही जवाब ‘नो कमेंट’ दिया
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