घर को ना समझे भंडारगृह

अब अपने ड्रीम होम को एक अलग लुक देने में लगे हुए हैं। तो स्टोरेज प्रबंधन से संवारें अपना घर और दें मॉर्डन लुक वाला ।
न्यूनतम स्टोरेज सुविधा- घर में भंडारण अथवा स्टोरेज का स्थान न्यूनतम हो, क्योंकि यह मानव-स्वभाव है कि जितनी जगह उपलब्ध होती है, उतनी भरती जाती है। इसलिए न रहेगा बांस, न बजेगी बांसुरी। अर्थात न होंगी अधिक अलमारियां, ड्रॉअर आदि, न हम उन्हें अनावश्यक सामान से भरेंगे।

 

वन इन-वन आउट – प्रबंधन का यह सिद्धांत हर उस वस्तु पर लागू है जो हम अधिकांश जरूरत से ज्यादा खरीद लेते हैं, जैसे- कपडे, पर्स, फु टवेयर, क्रॉकरी, नैपकिन, टेबल कवर, कॉस्मेटिक्स आदि। एक नया तभी खरीदें जब एक पुराना निकालना हो, इससे अनावश्यक संग्रह से बच पाएंगे।

छुटकारा पाने में ही समझदारी – यदि कोई सामान आप हर बार सफ ाई करते समय यही सोच कर रख देते हैं कि शायद बाद में काम आएगा और यही सोचते-सोचते लगभग 3 साल हो चुके हों तो तय मानिए कि वह सामान फि र कभी काम नहीं आएगा। ऐसे सामान से छुटकारा पाने में ही समझदारी है।

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