चश्मदीद: अचानक तेज गड़गड़ाहट, झटका और फिर चारों ओर चीखें

धड़ाम-धड़ाम……और मच गई हर तरफ चीख-पुकार, सूरज की किरण निकलने से पहले लाशों के ढेर बिछ गए। लहूलुहान लोग कराह रहे थे। यह दृश्य था कानपुर देहात के पुखराया रेलवे स्टेशन के पास का। यहां रविवार अल सुबह इंदौर-पटना एक्सप्रेस के दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इस भीषण रेल हादसे में अब तक 65 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 100 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। हताहतों की संख्या अभी बढ़ भी सकती है। रेलवे का वचाव कार्य युद्धस्तर पर जारी है। हालांकि अभी हादसे के कारण का पता नहीं चल सका है। केंद्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने घटना के उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं।

रेल यात्री का दावा

हादसे की शिकार हुई ट्रेन के एक यात्री हाजी याकूब अहमद ने बताया कि दुर्घटना के समय ज्यादातर लोग सो रहे थे।

 

लेकिन याकूब ने दावा किया है कि वे हादसे के वक्त जगे थे। उस वक्त करीब 3.30 बज रहे थी। तभी उन्हें अचानक तेज झटका लगा। ऐसा महसूस हुआ कि अचानक ब्रेक लगाया गया। इसके बाद डिब्बों के पटरियों से उतरने की तेज आवाज सुनाई देने लगी। यह सब इतनी तेज हुआ कि कुछ समझ में आता, इससे पहले ही कोहराम मच गया। लोग बचाओ बचाओ चिल्ला रहे थे।

आवाज सुन दौड़े आस-पास के लोग

यात्री नींद में थे। अचानक क्या हुआ कोई समझ नहीं पाया। भोर पहर के अंधेर में सुनाई दे राह था तो सिर्फ कारहते लोगों की आवाज। पुखरांया स्टेशन के पास हुए इस हादसे में लोगों की चीख पुकार सुनकर आस-पास के गांव वाले दौड़ पड़े। मौके पर पहुंचे लोग बदहवास स्थिति में थे। क्या करें किसी को समझ में नहीं आ रहा था। गांव वालों के मुताबिक पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी गई और बोगियों में फंसे लोगों को निकालने में लोग जुट गए। घटना के कुछ ही देर बाद भारी भरकम फोर्स मौके पर पहुंच गया। सभी हताहतों को निकालने में जुट गए।

इंदौर से पटना जा रही थी ट्रेन

जानकारी के मुताबिक रविवार अल सुबह 3.05 मिनट पर अचानक 19321 इंदौर से पटना जा इंदौर-पटना एक्सप्रेस के 14 डिब्बे पटरी के उतर गए। हादसा पुखरायां रेलवे स्टेशन के पास हुआ। दो स्लीपर कोच के डिब्बे धमाके के साथ रेल ट्रैक से 500 मीटर दूर खेत में जा गिरे। हादसे के समय ज्यादातर यात्री नींद में थे। किसी को कुछ समझ में नहीं आ रहा है कि यह क्या हो गया। सबसे ज्यादा नुकसान एस-1 और एस-2 कोच में हुआ है।

हादसे में कुल 14 बोगियां क्षतिग्रस्त हो गईं। इसमें एसएलआर बोगी, जनरल के दो डिब्बे और एसी के ए-1 समेत चार डिब्बों के अलावा स्लीपर के एस-1, 2,3,4,5,6 शामिल हैं।

बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी

घटना की सूचना मिलते ही रेलवे अधिकारियों की नींद उड़ गई। कानपुर सेंट्रल से तुरंत पुखरांया स्टेशन के लिए रिलीफ ट्रेन रवाना करने के साथ ही रेलवे के अधिकारी दौड़ पड़े। इसके अलावा पूरे जिले का पुलिस फोर्स मौके पर बुला लिया गया। हादसे में ट्रेन के कई डिब्बे एक दूसरे के ऊपर चढ़ गए। डिब्बों को गैस कटर से अलग किया जा रहा है। बुरी तरह क्षतिग्रस्त डिब्बों से सुबह तक फंसे लोगों की मदद के लिए गुहार और चीख पुकार सुनाई पड़ रही थी। हादसे के उच्चस्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं।

रेल रूट बाधित

हादसे की वजह से झांसी-कानपुर रेल खंड पर यातायात अवरूद्ध हो गया। मुंबई से लखनऊ जाने वाली पुष्पक एक्सप्रेस को मार्ग परिवर्तित कर निकाला गया। इसके अलावा कई दूसरी ट्रेनों को भी रूच बदलकर आगे निकाला गया। रेलवे ने इस हादसे से जुड़ी जानकारी के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ।

हेल्पलाइन नंबर

झांसी – 05101072
ओरई – 051621072
कानपुर- 05131072
इलाहाबाद- 05321072

पोखरायां- 05113-270239
टुंडला- 056121072
अलीगढ़- 05711072
इटावा- 056881072
फतेहपुर- 051801072
इंदौर- 0741 1072
उज्जैन- 0734 2560906
रतलाम- 07412 1072
झांसी- 0510 1072
पटना- 0612 2202290, 0612 2202291
रेलवे- 025-83288
मुगलसराय- 05412- 251258
हाजीपुर- 06224- 272230

Be the first to comment on "चश्मदीद: अचानक तेज गड़गड़ाहट, झटका और फिर चारों ओर चीखें"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*


error: Content is protected !!