सीहोर। 70 एकड़ जमीन के मालिक और गांव के पटेल अजमतनगर निवासी सूरज सिंह के घर में न तो शौचालय था और न ही बिजली कनेक्शन। लेकिन सूरज सिंह ने हेलीकॉप्टर से अपने छोटे बेटे नेमसिंह गुर्जर की बारात ले जाने के खातिर दो दिन में ही शौचालय बनवा लिया और बिजली कनेक्शन भी ले लिया। शौचालय बनाने पर प्रशासन ने गांव में हेलीकॉप्टर उतारने की अनुमति दे दी।
बुधवार को शाम 4:30 बजे हेलीकॉप्टर से अजमत नगर से सिर्फ 20 किमी दूर महुआखेड़ा बारात बारात रवाना होगी। दरअसल, अजमतनगर के सूरजसिंह ने हेलीकॉप्टर के लिए अनुमति लेने प्रशासन को आवेदन दिया था, जब अधिकारी सूरजसिंह के घर पहुंचे तो उसके यहां न तो शौचालय था और न ही बिजली कनेक्शन।
साथ ही बेटे का नाम भी बीपीएल सूची में था। अधिकारियों ने साफतौर पर कह दिया जब तक शौचालय नहीं बनेगा, तब तक हेलीकॉप्टर की अनुमति नहीं दी जाएगी। लिहाजा, सूरज सिंह ने दो दिन में शौचालय बनवा लिया और बिजली कनेक्शन भी ले लिया। बीपीएल सूची से बेटे का नाम भी कटवा दिया।
हेलीकॉप्टर का एक घंटे का किराया 50 हजार रुपए
दूल्हा के पिता सूरज सिंह बताते हैं कि उनके घर यह आखिरी शादी है। सब लोगों को मन था कि यह शादी ध्ाूमध्ााम और कुछ अलग तरीके से की जाए, जिसके बाद निर्णय लिया गया कि दूल्हा दुल्हन को लेने हेलीकाप्टर से जाए, जिसके बाद उनके बड़े बेटे सोनू ने भोपाल से हेलीकाप्टर बुक किया, जिसका 50 हजार स्र्पए प्रति घंटे किराया है। हालांकि सोनू का कहना है कि मेरी बात हुई है वह भोपाल से आएगा।
वहां से बारात लगाने तक के समय का चार्ज लगेगा, उसके बाद दूल्हे को छाेडकर हेलीकाप्टर भोपाल वापस चला जाएगा। इसके बाद सुबह जब हमें आना होगा हम फिर उसे बुला लेंगे। इसमें जितना समय लगेगा उसके हिसाब से ही पैसा लगेगा। वहीं परिवार के लोग शादी की तैयारियों में लगे हुए है और हेलीकाप्टर से बारात जाने की खुशी से फूले नहीं समा रहे हैं। साथ ही आसपास के गांवों सहित जिले भर में चर्चा का विषय बना हुआ है।
दूल्हा को लेकर तीन बहनोई होंगे रवाना
बारात अजमत नगर से महुआखेड़ा रवाना होगी, जो 20 किमी दूर है। यहां पहुंचने में हेलीकाप्टर को 14 मिनट का समय लगेगा। इस 4 सीटर हेलीकाप्टर में दूल्हा नेम सिंह और उनके तीन बहनोई 4.30 पर रवाना होंगे। वहीं करीब एक हजार बाराती बस, कार और बाइक से रवाना होंगे।
दोनों परिवार संपन्न्
दूल्हे के पिता ग्राम पटेल होने के साथ-साथ 70 एकड़ जमीन के मालिक हैं। वहीं उनके समध्ाी महेंद्र सिंह गुर्जर पेशे से शिक्षक होने के साथ ही जमीदार हैं।
अनुमति दी है
अजमत नगर के सूरज सिंह ने अपने बेटे की हेलीकाप्टर से 27 व 28 अप्रैल को बारात ले जाने के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन उनके घर अशौचालय, बिजली कनेक्श व दूल्हे का गरीबी रेखा के कार्ड में नाम होने के कारण मना कर दिया था, लेकिन उनके शौचालय बनावाने, बिजली कनेक्श लेने और बीपीएल सूचि से नाम कटाने के बाद एडीएम केदार सिंह के पास पत्र भेजा था, जिन्होंने अनुमति दे दी है।
राजकुमार खत्री, एसडीएम
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