पहली अंत्योदय एक्सप्रेस को प्रभु ने दिखाई झंडी

नई दिल्ली। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने देश की पहली अंत्योदय एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह केरल के एर्नाकुलम से प. बंगाल के हावड़ा तक चलेगी।
प्रभु ने राजस्थान के श्रीगंगानगर से केरल के तिरुचिरापल्ली के बीच चलने वाली चौथी हमसफर एक्सप्रेस को भी रेल भवन से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हरी झंडी दिखाई।
अंत्योदय एक्सप्रेस का एलान 2016-17 के रेल बजट में किया गया था। ऐसी कुल सात ट्रेनें चलाने का प्रस्ताव है। इसके अलावा रेलवे ने अपना पार्सल व्यवसाय बढ़ाने के लिए डाक विभाग के साथ समझौता किया है।
इसके तहत दो ट्रेनें-12721 हैदराबाद-निजामुद्दीन दक्षिण एक्सप्रेस तथा 15959 हावड़ा-गुवाहाटी- डिब्रूगढ़ कामरूप एक्सप्रेस पहले ही चलाई जा चुकी हैं।
सोमवार को 12322 मुंबई-हावड़ा मेल के रूप में तीसरी ट्रेन को रेल मंत्री ने रेल भवन से हरी झंडी दिखाई। उन्होंने कहा कि पार्सल भेजने के लिए अब गार्ड रूम के खाली कक्ष का इस्तेमाल होने से डाक विभाग और रेलवे दोनों का फायदा होगा।
पहली दो ट्रेनों से पहले साल रेलवे को 63 लाख का लाभ होगा, जबकि तीसरी ट्रेन 47 लाख रुपये की वार्षिक आमदनी कराएगी।
अंत्योदय :
अंत्योदय एक्सप्रेस द्वितीय श्रेणी साधारण दर्जे की बोगियों वाली अनारक्षित टे्रन है। पहली 22877/22878 एर्नाकुलम-हावड़ा (2307 किमी) एक्सप्रेस साप्ताहिक ट्रेन है। यह मंगलवार को एर्नाकुलम से और शनिवार को हावड़ा से चला करेगी। 20 बोगियों, दो पावर कार समेत 22 बोगियों वाली यह ट्रेन 22 स्टेशनों पर रुकेगी।
हमसफर :
14715/14716 श्रीगंगानर-तिरुचिरापल्ली (3199 किमी) हमसफर भी फिलहाल साप्ताहिक ट्रेन है। यह मंगलवार को श्रीगंगानगर से और बृहस्पतिवार को तिरुचिरापल्ली से चला करेगी। इसमें थर्ड एसी के 16 कोच के अलावा दो पावर कार और दो पैंट्री कार समेत कुल 19 बोगियां हैं।

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