प्रेरणा संवाद कार्यक्रम में उद्योग मंत्री ने विद्यार्थियों को बताये सफलता के सूत्र

Bhopal : विद्यालयीन छात्रों को पढ़ाई पर पूरा ध्यान लगाने व उनमें आत्मविश्वास पैदा करने तथा अपने अनुभवों को साझा करने के उद्देश्य से 30 जनवरी तक चलने वाले प्रेरणा अभियान के तहत आज प्रदेश के उद्योग मंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने स्थानीय पी.के. कन्या स्कूल पहुंचकर छात्राओं को सफलता के सूत्र बताये।
उद्योग मंत्री ने कहा कि लक्ष्य लेकर पूरे मनोयोग से पढ़ाई की जाये तो सफलता अवश्य मिलेगी। उन्होंने गुरू द्रोणाचार्य द्वारा ली गयी परीक्षा का जिक्र करते हुए कहा कि जिस प्रकार अर्जुन ने घूमती हुई मछली की आंख को लक्ष्य माना था उसी प्रकार लगन से लक्ष्य की प्राप्ति की जा सकती है। उद्योग मंत्री ने छात्राओं से कहा कि आने वाली परीक्षा में आत्मविश्वास से भरी रहें तनाव व दवाब जरा भी महसूस न होने दें लिखने का अभ्यास करें तथा ग्रुप स्टडी भी करें। सीखने की जिज्ञासा पैदा करें तथा माता पिता, गुरू भगवान के आशीर्वाद से सफलता की ऊचाईयाँ छुऐ।
श्री शुक्ल ने कहा कि जीवन में एक मोड व मौका अवश्य आता है उसका लाभ लेकर भविष्य बनायें व अच्छे से अच्छे के लिये प्रयासरत रहें। उद्योग मंत्री ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ वह भी शहडोल दौरे पर थे तब एक छात्रा ने कहा था कि वह पढ़ाई में अच्छी है और खूब पढ़ना चाहती है मगर उसके पापा की पान की दुकान है। इस बात से मुख्यमंत्री जी व्यथित हो गये और उन्होंने मुख्यमंत्री मेधावी विद्यार्थी योजना प्रारंभ की। संवेदनशील मुख्यमंत्री चाहते हैं कि प्रदेश के हर विद्यार्थी को इसका लाभ मिले व मेधावी विद्यार्थी इससे वंचित न रहने पायें।
उद्योग मंत्री ने अपने उद्बोधन में कहा कि रीवा की प्रतिभाएं देश विदेश में अपना परचम लहरा रही हैं। अत: सभी छात्राएं मेहनत कर शहर, प्रदेश व देश के विकास में सहभागी बनें। उन्होंने कहा कि प्रेरणा संवाद हेतु पी.के. स्कूल आने के पीछे यही उद्देश्य था कि बच्चियाँ हर क्षेत्र में आगे आ रही हैं अत: उनसे ही संवाद स्थापित किया जाय। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य ओंकारनाथ पाण्डेय ने आभार ज्ञापित किया। इस अवसर पर जिला गौ संवर्धन बोर्ड के उपाध्यक्ष, राजेश पाण्डेय सहित विद्यालय के शिक्षक, शिक्षिकाएं व छात्राएं बड़ी संख्या में उपस्थित थीं।

Be the first to comment on "प्रेरणा संवाद कार्यक्रम में उद्योग मंत्री ने विद्यार्थियों को बताये सफलता के सूत्र"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*


error: Content is protected !!