भोपाल।सरकार और मीडिया के दबाव के बाद गैंगरेप मामले में पुलिस की ताबड़तोड़ कार्रवाई का नया नजरा देखने को मिला। तीन आरोपियों के बाद जीआरपी चौथे फरार आरोपी राजेश मेहरा को तलाश रही थी। इसी बीच हबीबगंज रेलवे स्टेशन के समीप दोस्तों के साथ गांजा पी रहा राजेश राजपूत पुलिस के हत्थे चढ़ गया। उसे फरार राजेश मेहरा समझकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, एफआईआर में भी नाम दर्ज कर लिया। रातभर जमकर पीटा गया। हालांकि गैंगरेप के वक्त उसकी इंदौर में मौजूदगी की पुष्टि होने के बाद उसे रिहा कर दिया गया।
गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद मिली पति की खबर
राजेश राजपूत भाजपा कार्यालय के पीछे रहता है। वह 31 अक्टूबर की रात डेढ़ बजे इंदौर से भोपाल लौटा था। वह शिवसेना के किसी नेता को लेकर गया था। सुबह वह पत्नी से 800 रु. लेकर बेटी का बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने निकला था।
इसके बाद वह स्टेशन के पास दोस्तों के साथ बैठ गया, जहां से पुलिस ने उसे दबोच लिया। देर रात तक पति के घर न लौटने पर पत्नी हबीबगंज थाने पहुंची। जहां गुमशुदगी दर्ज कराई। बाद में उसे पता चला कि उसका पति हबीबगंज जीआरपी थाने में बंद हैं, इसके बाद वह जीआरपी थाने पहुंची।
Be the first to comment on "बेटी का बर्थ सर्टिफिकेट बनवाने निकले पिता को बना डाला गैंग रेप का आरोपी"