बेहिसाब धन रखने वाले बख्‍शे नहीं जाएंगे, और कड़े कदम उठा सकती है सरकार : मोदी

कोबे (जापान) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जापान की तीन दिन की की यात्रा के आज अंतिम दिन भारतीय समुदाय के बीच पहुंचे और उन्हें संबोधित किया. भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए उन्होंने अपना संबोधन पुराने 500 व 1000 के नोटबंदी व कालाधन पर केंद्रित रखा. उन्होंने नोटबंदी से लोगों को हो रही तकलीफ के बावजूद उनके धैर्य के लिए उनकी तारीफ की और कहा कि हमारी सरकार ईमानदारों की रक्षा करेगी और बेईमानों का हिसाब चुकता करेगी. नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी के बाद गलत तरीके से कमाये गये हर पैसे का हिसाब लेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 500 और एक हजार रुपये को प्रचलन से हटाने के बाद की परेशानियों का जिक्र किया व 125 करोड़ भारतीयों के जज्बे को सलाम किया.

 

उन्होंने कहा कि हम आजादी के बाद से अब तक के सारे रिकॉर्ड जांचेंगे, यदि मुझे बिना हिसाब-किताब की कोई नकदी मिलती है, तो किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 2001 में जब गुजरात में भयंकर भूकंप आया तो कोबे पहला शहर था, जहां से लोगों ने आगे आकर गुजरात की मदद की. उन्होंने कहा कि उसके पहले यहां भूकंप आया था. नरेंद्र मोदी ने कहा कि सुख में कोई आये नहीं आये फर्क नहीं पड़ता, लेकिन जो दुख में आये, दुख में पहुंच जाये वह जीवन भर पूज्य रहता है. कोबे उस रूप में दुख की स्थिति में हाथ बढ़ाने वालों में सबसे पहले है. उसका स्मरण रहना, उसके प्रति आदर भाव रहना बहुत स्वाभाविक है.

PM concludes address to the community. My fellow countrymen, your achievements abroad make our hearts swell with pride

 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हिंदुस्तान की हर खबर आपका माथा ऊंचा करती होगी. सीना तान कर, आंख में आंख डाल कर हौसले से आप बात कर पाते होंगे. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उसका कारण मोदी नहीं सवा सौ करोड़ हिंदुस्तानी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश को भारत की युवा पीढ़ी ने आगे बढ़ाने के लिए लगन से काम किया है.
उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया कह रही है बड़ी इकोनॉमी में सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली कोई इकोनॉमी है तो उसका नाम हिंदुस्तान है. आइएमएफ, वर्ल्ड बैंक, विश्व भर के अर्थशास्त्री इस बात को कहते-मानते हैं. उन्होंने कहा कि भारत सबसे ज्यादा एफडीआइ प्राप्त कर रहा है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जब मैं सरकार में आया तो देखा कि 40 प्रतिशत लोगों का खाता नहीं खुला है, ऐसे में जन धन योजना चलायी. इसमें देश के गरीबों ने अमीरी दिखाई और 45 हजार करोड़ रुपये जमा किये. यह गरीबों की अमीरी है. यह देश की सबसे बड़ी ताकत है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश के लोगों के धैर्य का मेरा ताजा अनुभव है. उन्होंने कहा कि आठ तारीख को रात में आठ बजे 500 व 1000 रुपये के पुराने नोट हमने बैन कर दिये. इसके बाद लोगों को मोदी के खिलाफ बोलने को उकसा रहे हैं, लेकिन देश के लोगों को सलाम करता हूं कि लोगों ने तकलीफ झेली है लेकिन देश के हित में इस निर्णय को स्वीकार किया है.

उन्होंने कहा कि लोगों का यह धैर्य उज्ज्वल भविष्य की निशानी है. उन्होंने कहा कि कालाधन का पाप करने वालों की संख्या ज्यादा नहीं है. उन्होंने कहा कि पहले गंगा में कोई चवन्नी डालता था, लेकिन अब गंगाजी में नोटें बह रही है. नरेंद्र मोदी ने कहा कि हरेक के लिए सामान नियम-कानून होना चाहिए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि इस काम को करने के लिए जब मैं सोच रहा था, माथा खपा रहा था कि कैसे करूं-कैसे करूं, तब हम हम यह लिस्ट कर रहे थे कि यह तकलीफ होगी, यह तकलीफ. उन्होंने कहा कि यह काम मैं गोपनीयता के कारण किसी को बता नहीं सकता था, हमारी छोटी-सी टीम यह काम कर रही थी.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि घर में सब खाली हो लेकिन महिला पैसे निकाल कर दे देंगी. हमने महिलाओं के लिए ढाई लाख रुपये जमा करने की छूट दे दी. बेटों ने मां के खाते में ढाई-ढाई लाख रुपये जमा करा दिये. वैसी मां मुझे आशीर्वाद देगी या नहीं देंगी और जब वह आशीर्वाद देगी तो कोई योजना फेल नहीं हो सकती है.

कालाधन की ओर संकेत करते हुए मोदी ने कहा कि जो लोग मुझे जानते हैं, वे जानते हैं कि पैसे बैंक में जाने के बजाय गंगा जी में चले जायें. उन्होंने कहा कि ईमानदार लोगों की रक्षा करने के लिए मेरी सरकार सबकुछ करेगी, लेकिन बेईमाना का हिसाब चुकता कर ही रहेंगे.

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह योजना हमने एकाएक नहीं लायी, पहले काला धन जमा करने की योजना लायी, जिसके तहत 66 हजार करोड़ रुपये आये. इसके बाद लोग कहने लगे मोदी फेल हो गये, मोदी फेल हो गये. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पिछले दो साल में कालाधन के खिलाफ किये गये विभिन्न उपायों से देश के खाते में सवा लाख करोड़ रुपये आये.

उन्होंने कालाधन रखने वालों को आगाह करते हुए कहा कि वे कम से कम अपना नहीं तो अपने बेटों की तो चिंता करें. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के अंत में भारतीय समुदाय को देश का नाम रोशन करने के लिए शुभकामनाएं दी.

संबोधन से पूर्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यहां जापान के भारतीय समुदाय ने अभिनंदन किया. इस मौके पर भारतीय राष्ट्रगान व जापान का राष्ट्रगान गाया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर बाद स्वदेश के लिए रवाना हो गये.

Be the first to comment on "बेहिसाब धन रखने वाले बख्‍शे नहीं जाएंगे, और कड़े कदम उठा सकती है सरकार : मोदी"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*


error: Content is protected !!