डोकलाम गतिरोध को लेकर भारत के साथ तनाव के बावजूद चीन अगले महीने देश के शियामेन शहर में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन के प्रति आशावादी है। चीन ने पांच उभरती हुई अर्थव्यवस्थाओं के बीच विशेषकर भारत से ‘ठोस सहयोग’ की उम्मीद जतायी है। समीक्षा में कहा गया कि सम्मेलन में वैश्विक शासन में संगठन की भूमिका, अर्थव्यवस्था की मजबूती और वैश्विकरण में आ रही दिक्कतों पर चर्चा होगी।
चीन की सरकारी समाचार एजेंसी के मुताबिक आगामी सम्मेलन पर एक समीक्षा बैठक के दौरान फूदान विश्वविद्यालय में ब्रिक्स अध्ययन केंद्र के निदेशक शेन यी ने कहा, ‘मेरा मानना है कि इस वर्ष शियामेन में होने वाला ब्रिक्स सम्मेलन अधिक व्यावहारिक एवं ठोस सहयोग पेश करेगा और इससे ब्रिक्स के सदस्यों देशों के बीच विश्वास एवं भरोसे में सुधार होगा।’
मोदी और जिनपिंग के मुलाकात का कोई कार्यक्रम निर्धारित नहीं
ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्षों के इस सम्मेलन में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है, जिसकी मेजबानी चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग कर रहे हैं। इसको लेकर कोई जानकारी सामने नहीं आई है कि मोदी और जिनपिंग के बीच सम्मेलन के इतर मुलाकात होगी या नहीं, क्योंकि सिक्किम सेक्टर के डोकलाम क्षेत्र में भारत और चीन के सैनिकों के बीच गतिरोध हाल के वर्षों में दोनों देशों की सेनाओं के बीच सबसे लंबा गतिरोध बन गया है।
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