भावांतर भुगतान योजना में उड़द, सोयाबीन और मूंग के मंडी सौदे

अपंजीकृत किसानों की मंडी विक्रय दर से बेहतर
योजना में कृषि उपज मण्डियों में होने वाले सौदों की कृषि विशेषज्ञों द्वारा गहन समीक्षा

भोपाल :भावांतर भुगतान योजना में विक्रय दर अपंजीकृत किसानों की विक्रय दर के बराबर या उनसे बेहतर है। मंडियों में भावांतर भुगतान योजना के कृषि उत्पाद के अब तक के 3.89 लाख क्विंटल के व्यापार की 21 हजार 65 नीलामी की विवेचना योजना के अपंजीकृत किसान की लगभग एक लाख क्विंटल की कुल कृषि उत्पाद की विक्रय दर से की गई। इस विवेचन के अनुसार उड़द के भावांतर भुगतान योजना के 4 हजार 275 विक्रय सौदों में 36 हजार 475 क्विंटल की औसत विक्रय दर 2438 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि अपंजीकृत किसानों की औसत विक्रय दर उससे कम 2205 रुपये प्रति क्विंटल है। सोयाबीन के भावांतर भुगतान योजना के 15 हजार 500 विक्रय सौदों में 3 लाख 14 हजार 68 क्विंटल की औसत विक्रय दर 2521 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि अपंजीकृत किसानों की औसत विक्रय दर इससे कम 2432 रुपये प्रति क्विंटल है। मूंग की भावांतर भुगतान योजना में औसत विक्रय दर 3158 रुपये प्रति क्विंटल है, जबकि अपंजीकृत किसानों की मण्डी विक्रय की औसत दर 2771 रुपये प्रति क्विंटल है।

इस प्रकार उड़द, सोयाबीन, मूंग के भावांतर भुगतान योजना में मण्डी में हुए सौदे प्रदेश की मॉडल रेट अनुसार है तथा अपंजीकृत किसान की मण्डी विक्रय दर से बेहतर है। मण्डीवार आंकड़ों की गहन समीक्षा भी की जा रही है। मण्डीवार आंकड़ों की समीक्षा के लिए किसान-कल्याण एवं कृषि विकास विभाग ने विशेषज्ञों की टीम गठित की है।

32 उप मण्डी भी योजना में अधिसूचित

भावांतर भुगतान योजना में होने वाले सौदों के लिए 32 उप मण्डी भी अधिसूचित की गई हैं। इन उप मण्डियों में कृषि जिन्सों की आवक होने और कृषि जिन्सों की नीलामी का कार्य पारदर्शी और घोष विक्रय के माध्यम से सम्पादित होने के कारण भावांतर भुगतान योजना लागू की गई है। इस संबंध में जिला कलेक्टर्स को मध्यप्रदेश राज्य कृषि विपणन बोर्ड ने निर्देश जारी किये हैं।

 

Be the first to comment on "भावांतर भुगतान योजना में उड़द, सोयाबीन और मूंग के मंडी सौदे"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*


error: Content is protected !!