भोपाल। प्रदेश का पहला आंत्रप्रन्योरशिप विकास केन्द्र मंगलवार को गोविन्दपुरा आई.टी.आई. में शुरू हुआ। आज सुबह प्रदेश के तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास (स्वतंत्र प्रभार) स्कूल शिक्षा एवं श्रम राज्य मंत्री दीपक जोशी ने आंत्रप्रन्योरशिप विकास केन्द्र और अप्रेंटिस ट्रेनिंग सेल का लोकार्पण किया। श्री जोशी ने केन्द्र का निरीक्षण कर काउंसलिंग और क्रेडिट लिंकेज के बारे में जानकारी ली।
मंत्री जोशी ने कहा कि सभी बड़े शहर में उद्योगपतियों से चर्चा कर उनकी जरूरत के अनुसार आईटीआई में प्रशिक्षण दिलवाया जायेगा। सभी आई.टी.आई. में केन्द्र की गतिविधियों के संबंध में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाये। केन्द्र के माध्यम से बच्चों को आगे बढऩे का रास्ता मिलेगा। श्री जोशी ने कहा कि प्रधानमंत्री की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘डिजिटल इंडिया’ की कल्पना को इस तरह के केन्द्र ही साकार रूप देंगे। उन्होंने कहा कि काउंसलिंग की प्रकिया सरल भाषा में होनी चाहिए।
संचालक कौशल विकास संजीव सिंह ने कहा कि केन्द्र में काउंसलिंग के साथ ही बैंक लोन के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी बनवायी जायेगी। केन्द्र का संचालन यू.के. गव्हर्मेंट के डिपार्टमेंट फॉर इंटरनेशनल डेव्हलपमेंट डी.एफ.आई.डी. और आंत्रप्रन्योरशिप डेव्हलपमेंट इंस्टीटयूट अहमदाबाद के सहयोग से संचालित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि आई.टी.आई. के ट्रेनिंग एण्ड डेव्हलपमेंट आफिसर को भी प्रशिक्षित किया जायेगा।
केन्द्र की प्रमुख गतिविधियाँ इस प्रकार हैं-
आई.टी.आई. से प्रशिक्षित एवं अध्ययनरत छात्रों/नव उद्यमियों के लिये नियमित परामर्श सत्र। मध्यप्रदेश के जिलों के आई.टी.आई. में अध्ययनरत इच्छुक छात्रों को स्टार्टअप प्रक्रिया से परिचित करवाने के लिये तीन-दिवसीय उद्यमिता उन्मुखीकरण। आई.टी.आई. में अध्ययनरत एवं प्रशिक्षित छात्रों के लिये 60 घण्टे का उद्यम स्थापना संबंधी अंश-कालीन प्रशिक्षण। उद्योग संरक्षण के माध्यम से नव-उद्यमियों को बाजार का व्यवहारिक ज्ञान एवं उद्योग संचालन संबंधित मार्गदर्शन देना। केन्द्र की गतिविधियों को पूरे राज्य में क्रियान्वित करने के लिये आई.टी.आई. के प्रशिक्षण अधिकारियों को प्रशिक्षित करना।
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