शिमाऐला ए ख़ान की रिपोर्ट
विदिशा, सिरोंज ! विदिशा जिले के सिरोंज में इटली की एक कैंसर पीड़ित लड़की चियारा बदानो की मौत के बाद उसके नाम पर चर्च का नाम रखा गया है। दुनिया में यह अपने तरह का पहला मामला है। जब किसी चर्च का नाम एक आम इंसान के नाम पर रखा गया है। इससे पहले संतों के नाम पर ही चर्चों के नाम रखने की परंपरा थी। लेकिन पीड़ित लड़की के समाज सेवा को देखते हुए रोम स्थित वेटिकन से विशेष अनुमति लेकर इस चर्च का नाम एक लड़की के नाम पर रखा गया है।
इस चर्च का लोकार्पण 25 सितंबर 2014 को सिरोंज में ही हुआ था । जिसमें पीड़ित लड़की के माता पिता और दोस्त भी शामिल हुए थे । सिरोंज में बस स्टैंड के समीप स्थित निर्मला कान्वेंट स्कूल परिसर में इस चर्च का निर्माण किया गया है। यहां के फादर एनटो ने बताया कि चियारा इटली के साबोना राज्य के सासेलो कस्बे की रहने वाली थी। महज 17 साल की उम्र में वह खेलते समय गिर पड़ी इसके बाद जांच में उसे कैंसर होने का पता चला। यह लड़की डेढ़ साल तक बिस्तर पर ही रही। लेकिन उसने दूसरों की मदद करना नहीं छोड़ा।
बचपन से ही वह गरीबों की मदद किया करती थी। कैंसर होने के बाद भी वह बीमार और असहाय बच्चों के बीच ही काम करती थी। डांस और गायन से विशेष प्रेम रखने वाली चियारा कहती थी कि ईश्वर चाहता है कि मैं दर्द सहन करूं इसलिए वह दर्द में भी दूसरों को प्यार करना नहीं छोड़ सकती। उसे मौत का पहले ही आभास हो चुका था। उसने मां से कहा था कि मैं खुश हूं और मेरे जाने के बाद आप भी खुश रहना। अंतिम समय में चेयारा ने अपने शरीर के अंग भी दान कर दिए थे। वर्ष 1990 में उसकी मौत हो गई थी।
ऐसे हुआ चर्च का निर्माण
फादर ऐंटो के मुताबिक करीब दो साल पहले सागर के बिशप एंथनी चिरायथ इटली गए हुए थे। वहां उन्हें चेयारा के जीवन के बारे में मालूम चला। उसकी प्रेरणादायी जीवनी के बाद उन्होंने रोम स्थित वेटिकन से विशेष अनुमति लेकर सिरोंज में चर्च का निर्माण कराया। और उसका नाम चियारा के नाम रखा। उन्होंने बताया कि 25 सितंबर 2014 को चर्च का उद्घाटन कार्यक्रम भी रखा गया था। जिसमें चियारा की माता मारिया टेरेसा एवं पिता रोजारो सहित उसके मित्र भी शामिल हुए थे।
शिमाऐला ए ख़ान की रिपोर्ट
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