इन दिनों शादी-ब्याह का सीजन चल रहा है। हर रोज ही कोई न कोई शादी है। मस्जिद छीपियान, ठाकुरद्वारा के इमाम एवं जमीयत उलेमा ए हिन्द के जिला महासचिव मौलाना अब्दुल खालिक ने शादी-ब्याह में होने वाली बेहयाई, बेशर्मी और फिजूल की रस्मों से बचने की नसीहत दी। उन्होंने मजहबे इस्लाम में निकाह की अहमियत पर भी रोशनी डाली।
शरिअत के खिलाफ हैं शादी-ब्याह में होने वाली बेशर्मी, जूते चुराई की रस्म भी गलत

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