सीहोर। शहर की पहचान रही भोपाल शुगर मिल में कोर्ट के स्टे के बावजूद फेक्ट्री मालिक ने मशिनें बेचने का जो सौदा किया है वह दुर्भाग्यपूर्ण हैं। जिसकी मैं कड़े शब्दों में निंदा करता हूं। आज जिला कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व किसान नेता कमलेश कटारे ने शुगर फेक्ट्री मालिक द्वारा शुगर फेक्ट्री की मशिनों का सौद करने के विरोध में भारत सरकार के केन्द्रीय उद्योग एवं कृषि मंत्री के साथ म.प्र.के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व राज्यपाल महोदय के नाम पत्र लिखकर मांग की है कि सीहोर बीएसआई लिमिटेड द्वारा जनवरी 2000 में जगमानक साल्वेंट प्लांट के कर्मचारियों का ले आफ किया गया था और स्वयं संयुक्त संचालक ने फिफ्टी प्रतिशत वेतन देने की सूचना दी थी लेकिन मजदूरों को आज तक भुगतान नहीं किया गया। बीएसआई सीहोर द्वारा दिनांक 15 फरवरी 2002 से शुगर फेक्ट्री एवं कृषि फर्म पर ले आफ किया गया था। मजदूरों को लेवर कोर्ट ओद्योगिक न्यायालय द्वारा पुरे वेतन देने के आदेश दिये थे, लेकिन प्रबंधक द्वारा आज तक मजदूरों को उनका वेतन नहीं मिला। बीएसआई लिमिटेड सीहोर द्वारा न्यायालय जबलपुर में उक्त आदेश के विरुद्ध आई थी, जहां उनकी याचिका खारिज कर दी। इस कारण सभी आदेश लागू होते हैं। शुगर फेक्ट्री से सीहोर जिले के किसानों ने गन्ना दिया था। जिनका लगभग 6 करोड़ रुपया लेना बाकी है। कम्पनी के ऊपर केन्द्र व म.प्र.शासन व बैंक वित्तिय संस्थाओं का करोड़ों रुपये बाकि हैं। श्रमिकों का लेवर कोर्ट आदेशों अनुसार 36 करोड़ रुपये लेना है, जो 590 कर्मचारियों का है। अभी दिनांक 22 सितम्बर 2017 को गुजरात का कबाड़ी शुगर मिल एवं साल्वेंट प्लांट को काटकर लेजाने की फिराक में थे। जिसकी सूचना श्रमिकों को लग गई तब श्रमिकों ने एसडीएम सीहोर को सूचना दी कि गुजरात का कबाड़ी फेक्ट्री काटने आया है, तब एसडीएम ने तहसीलदार को मौके पर भेजा, तहसीलदार द्वारा जांच किये जाने पर देखा कि वहां गुजरात के कबाड़ी 10 गैस सिलेण्डर कटर व अन्य औजारों के साथ की रोजगार दायिनी शुगर मिल की मशिनों को काटकर ले जाने की फिराक में थे। जबकि बीएसआई का प्रकरण जबलपुर हाईकोर्ट में विचाराधीन है और कम्पनी की अन्य सम्पत्ति खुर्द-वुर्द करने का आदेश कम्पनी संचालक को नहीं है।
श्री कटारे ने बीएसआई शुगर मिल के कर्मचारियों की मांग को लेकर कृषि मंत्री, उद्योग मंत्री, मुख्यमंत्री व राज्यपाल महोदय को पत्र के माध्यम से अवगत कराते हुए कहा है कि योगेश बागवाना, किरण बागवान, नितेश बागवाना पर प्रकरण दर्ज किया जाये और किसानों व मजदूरों को उनका हक दिलाया जाय अन्यथा कांग्रेसजन आगामी दिनों में बीएसआई मजदूरों के साथ कन्धे से कन्धा मिलाकर आन्दोलन, धरना प्रदर्शन करने को मजबूर होगी।
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