New Delhi : स्काइप पर होने वाली बातचीत के लिए आने वाले दिनों में आधार नंबर की जरूरत पड़ सकती है। इस बारे में सूचना प्रौद्यौगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद एवं माइक्रोसाफ्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सत्य नाडेला के बीच मंगलवार को बातचीत हुई है। सरकार चाहती है कि स्काइप जैसी तकनीक का आतंकी दुरुपयोग नहीं करने पाएं। इसलिए इसे आधार से जोड़ा जाए।
नाडेला ने मंगलवार को प्रसाद से मुलाकात की। इस दौरान माइक्रोसाफ्ट की तरफ से भारत को डिजिटल समावेशन कार्यक्रम में सहयोग देने का वादा किया। प्रसाद ने डिजीगांव योजना के बारे में बताया। इस योजना के तहत गांवों में डिजिटल ट्रांजिक्सन को बढ़ावा दिया जा रहा है। माइक्रोसाफ्ट ने इस कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग देने की बात कही।
उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए भी प्रौद्यौगिकी मदद देने का भरोसा दिलाया।
इस दौरान स्काइप को लेकर भी चर्चा हुई। स्काइप माइक्रोसाफ्ट का है। देश में स्काइप का प्रचलन बढ़ रहा है। सरकार इसके दुरुपयोग को रोकने के लिए इसे आधार से जोड़ने की की इच्छुक है। खबर है कि नाडेला ने इस पर सैद्धान्तिक सहमति व्यक्त की है। हो सकता है आने वाले दिनों में आधार नंबर डालने के बाद ही भारत में स्काइप चले। यदि ऐसा हुआ तो स्काइप पहली ऐसी निजी सेवा होगी जो आधार से जुड़ेगी।
बैठक के दौरान नाडेला ने पेशेवर नेटवर्किंग साइट लिंक्डनइन को एक रोजगार पोर्टल के रूप में विकसित करने के संकेत भी दिए। साथ इस पोर्टल के जरिये पेशेवरों को कुशल बनाने पर भी बातचीत हुई है। बता दें कि हाल में ही लिंक्डनइन को माइक्रोसाफ्ट ने अधिग्रहित किया है।
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