भोपाल। स्वास्थ्य विभाग अंतर्गत करीब एक दर्जन जिलों में सौ से अधिक कर्मचारियोंफर्जी नियुक्तियों के मामले सामने आएं हैं। इसके बाद विभाग ने इन कथित कर्मचारियों के वेतन भुगतान पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। फर्जी नियुक्ति आदेश विभागीय संचालनालय और इनका यूनिक कोड दतिया कोषालय से जारी हुआ। इस मामले में तीन जिलों के सीएमएचओ की भूमिका भी संदिग्ध है। वहीं फर्जीवाड़ा करने वालों के तार मुख्यालय से जुड़े होने के भी संकेत हैं। यह फर्जीवाड़ा हाल ही में दतिया पुलिस अधीक्षक द्वारा स्वास्थ्य संचालनालय को भेजे पत्र से हुआ है। इसके बाद ही विभाग द्वारा संबंधित कथित कर्मचारियों के वेतन भुगतान पर रोक लगाने का कदम उठाया गया। दरअसल, तीन साल पहले दतिया जिले में आठ कर्मचारियों की फर्जी नियुक्ति का मामला सामने आया था। पुलिस ने जांच शुरु की तो करीब 110 फर्जी कर्मचारियों के नाम एक-एक कर सामने आए।
इनके युनिक कोड तो दतिया कोषालय से जारी हुए लेकिन इनकी पदस्थापनाएं करीब एक दर्जन जिलों में होना पाई गई। बताया जाता है,कि इन कर्मचारियों के विभागीय पदस्थापना आदेश में दर्शाया गया इनके मूल निवास का पता भी फर्जी निकला।
एसपी के पत्र से विभाग में मचा हड़कं
पपुलिस अधीक्षक के इस पत्र के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। विभाग ने आनन-फानन में सभी संदिग्ध कर्मचारियों के वेतन आहरण पर रोक लगाने के साथ ही इसकी सूचना सभी जिलों के जिम्मेदार मैदानी अधिकारियों को भी दी।
विभाग ने इनसे संदिग्ध यूनिक कोड वाले कर्मचारियों क ी जानकारी भी तलब की है।
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