इंदौर| मन में अगर कुछ करने की चाह हो तो कुछ भी किया जा सकता है, ऐसे ही अपने बुलंद हौसले के दम पर पैरों से कार चलाने वाले इंदौर के विक्रम अग्निहोत्री 21 सितंबर से लेह-लद्दाख की यात्रा पर जाएंगे| 20 दिन की उनकी यात्रा दिल्ली के इंडिया गेट से शुरू होगी और वे अमृतसर, जम्मू होते हुए लद्दाख तक जाएंगे|
विक्रम ने सामान्य कार चलाने का ड्राईविंग टेस्ट भी आरटीओ के सामने दिया था अब अपने स्थाई लायसेंस के लिए लद्दाख तक कार चला कर जाने की तैयारी कर रहे हैं । विजय नगर में रहने वाले विक्रम अग्निहोत्री रिटायर्ड आईजी वीके अग्निहोत्री के बेटे हैं। और बिना किसी परेशानी के सा मान्य कार चला लेते है मई माह में वे इंदौर आरटीओ में अपने लायसेंस के लिए गये थे और वहां कार चला कर भी दिखाई थी। उन्हें स्थाई लायसेंस नही मिला है इसलिए वे 21 सितंबर को कार से लद्दाख की यात्रा करने जाएंगे। जानकारी के अनुसार 20 दिन की उनकी यात्रा दिल्ली के इंडियया गेट शुरू होगी और वे अमृतसर जम्मू होटे हुए वापसी मनाली के रास्ते करेंगे।
विक्रम के लिए नाक के सहारे टच स्क्रीन फोन चलाना, पैरों से लैपटॉप कम्प्यूटर ऑपरेट करना और अच्छी राइटिंग में पैरों से आर्टिकल लिखना आम बात है| खुद की गैस एजेंसी चलाने वाले विक्रम पूरी तरह आत्मनिर्भर हैं| विक्रम भीड़ भरी सड़कों पर आसानी से कार चलाने का दावा करते हैं| वह ड्राइविंग करना चाहते हैं, लेकिन कानून उनकी राह में बाधा बना है|
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