कोच्चि में फ्रांस के नीस जैसा आतंकी हमला करने की थी साजिश

केरल से गिरफ्तार आतंकी संगठन आईएस के छह संदिग्धों ने खुलासा किया है कि वे कोच्चि में फ्रांस के नीस जैसा आतंकी हमला करने की फिराक में थे। यह भी पता चला है कि ये संदिग्ध एक-दूसरे से संपर्क बनाने के लिए ‘टूटानोटा’ जैसी गोपनीय ई-मेल सेवा का इस्तेमाल कर रहे थे। पकड़े जाने से बचने के लिए ये बार-बार नाम भी बदल रहे थे।

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अक्टूबर के पहले हफ्ते में मनसीद उर्फ उमर-अल हिंदी समेत पांच लोगों कन्नूर जिले से गिरफ्तार किया था जबकि एक अन्य को कोझीकोड़ जिले से पकड़ा गया। खबरों के मुताबिक इन युवाओं ने जांच में कई खुलासे किए हैं। ये लोग जाकिर नाइक से प्रभावित थे। ये लोग कोच्चि में फ्रांस के नीस जैसा हमला करना चाहते थे।

 

जुलाई में नीस में एक कार्यक्रम के दौरान एक आतंकी ट्रक लेकर भीड़ पर चढ़ गया था, जिसमें 86 लोग मारे गए थे।

सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द
‘टूटानोटा’ और ‘टेलीग्राम’ जैसी सेवाएं सुरक्षा एजेंसियों के लिए सिरदर्द बनती जा रही है क्योंकि इस तरह की एप्लिकेशन में तीसरी पार्टी की पहुंच नहीं है।

क्या है ‘टूटानोटा’
जर्मनी की एक कंपनी ने 2011 में इस ईमेल सेवा को शुरू किया था। इसका मकसद ईमेल को ज्यादा आसान बनाना था। इस सेवा में प्राइवेसी का उल्लंघन करना मुश्किल होता है। इस ईमेल सेवा को अमेरिका समेत दुनिया भर में उपयोग किया जा रहा है। इस सेवा के जरिए भेजे गए ईमेल को इसे बनाने वाली कंपनी भी नहीं खोल सकती। इसमें पासवर्ड वाले ईमेल भी भेजे जा सकते हैं। 20 लाख से ज्यादा यूजर्स वाली इस ईमेल सर्विस का नाम लेटिन शब्द से लिया गया, जिसका मतलब गोपनीय संदेश है। खबरों के मुताबिक इस सर्विस में अधिकतर अस्थायी अकाउंट होते हैं। जब कोई ईमेल पर संदेश भेजता है, तो नोटिफिकेशन के साथ पासवर्ड भी भेजा जाता है।

हैदराबाद में भी इस्तेमाल
हैदराबाद में आईएस के संदिग्ध भी आपसी बातचीत के लिए इसी ईमेल सर्विस का इस्तेमाल कर रहे थे।

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