खाद्यान्न एवं पोषण सुरक्षा हेतु सूक्ष्म पोषक तत्वों का उपयोग आवष्यक

सीहोर : आर.ए.के.कृषि महाविद्यालय, सीहोर में आयोजित मृदा विज्ञान विभाग के अन्तर्गत राष्ट्रीय कृषि विकास योजना द्वारा सूक्ष्म पोषित प्रयोगषाला भवन के उद्घाटन के अवसर पर राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विष्वविद्यालय, ग्वालियर के कुलपति प्रो.अनिल कुमार सिंह ने कहा कि प्रदेष एवं देष की मृदाओं में लगातार सघन खेती करने से सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी आती जा रही है, जिसके प्रभाव फसलों के उत्पादन एवं गुणवŸाा पर पड़ रहा है। अतएव मिट्टी परीक्षण के आधार पर पोषक तत्वों जैसे- जस्ता, लोहा, ताॅबा, मेंग्नीज, मोलिब्डिनम, बोरान आदि का फसलों में उपयोग अत्यन्त आवष्यक है।


इसी अवसर पर विषिष्ट अतिथि डाॅ. ए.के.पात्रा, निदेषक, भारतीय मृदा विज्ञान संस्थान, भोेपाल ने भी अपने उद्गार में कहा कि सूक्ष्म पोषक तत्व न केवल फसल उत्पादन बढ़ोत्तरी के लिए आवष्यक हैं बल्कि मानव में कुपोषण के कारण होने वाली अनेक समस्याओं के निदान हेतु भी आवष्यक है क्योंकि संतुलित पोषक तत्वों का उपयोग करने से पैदा होने वाले अनाज में सभी तत्व संतुलित मात्रा में आते हैं तथा मनुष्यों को भोजन द्वारा प्राप्त होने हैें। उन्होने डाॅ. एस.सी.गुप्ता द्वारा मोलिब्डिनम पोषक तत्व द्वारा चना उत्पादन में वृद्धि संबंधी प्रयोग की उपयोगिता के बारे में भी सदन में बताया।


कार्यक्रम में अधिष्ठाता डाॅ. राजेष वर्मा ने स्नातक विद्यार्थियों के अनुसंधान प्रयोगों में सूक्ष्म पोषक तत्वों से संबंधित प्रयोगषाला की महाविद्यालय में मृदा उपयोगिता के बारे में प्रकाष डाला। परियोजना प्रमुख एवं विभागाध्यक्ष मृदाविज्ञान डाॅ. एस.सी.गुप्ता ने आर.के.व्ही.वाय के अन्तर्गत सूक्ष्म पोषक तत्वों पर ली गई परियोजना के अन्तर्गत प्रयोगषाला निर्माण एवं कियेे गये अनुसंधान तथा कृषकों के खेतों पर डाले गये प्रदर्षनों की जानकारी देते हुए बताया कि जस्ते के उपयोग से गेहॅू एवं मोलिब्डिनम के उपयोग से चना एवं सोयाबीन फसलों में लाभदायक परिणाम प्राप्त हुए। उक्त प्रयोग विन्ध्य क्षेत्र-मालवा पठार एवं गिर्द क्षेत्र के विभिन्न जिलों में किए गए। डाॅ. एस.आर.रामगिरी ने महाविद्यालय पर विभिन्न परियोजनाओं में सोयाबीन, चना, अरहर एवं मसूर की उन्नत जातियों के विकास पर प्रकाष डाला।
इस मौेके पर विभिन्न परियोजनाओं के प्रमुख वैज्ञानिक एवं प्राध्यापकगण डाॅ. रोहनसिंह, डाॅ. एस.सी.गुप्ता डाॅ. पी.एस.रघुवंषी, डाॅ. पी.के.मालवीय, डाॅ. एस.ए.अली, डाॅ. डी.आर.सक्सेना,डाॅ. श्रीमती मोली सक्सेना, डाॅ. श्रीमती नन्दा खाण्डवे,, डाॅ. एम.यासीन, डाॅ. आर.सी.जैन, डाॅ. आर.पी.सिंह, डाॅ. रूपेन्द्र खाण्डवे, डाॅ. ए.एन.टिकले इंजी. एस.एस.कुषवाह, इंजी. एम.एल.जादव, डाॅ. मुकेश सक्सेना, डाॅ. श्रीमती पूजा सिंह डाॅ. अशोक  सक्सेना, डाॅ. डी.के.रैदास, श्री त्रिलोचन सिंह, श्री पी.के.शर्मा, श्री किषोर कुमार वाल्के एवं महाविद्यालय के कर्मचारी स्टाफ तथा विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डाॅ. श्रीमती पूजा सिंह एवं आभार डाॅ. ए.एन.टिकले द्वारा व्यक्त किया गया।

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