भोपाल। प्रदेश के मुंगावली में होने वाले उपचुनाव में मतदाता सूची में धांधली के आरोप पर चुनाव आयोग ने अशोकनगर के कलेक्टर बीएस जामोद को हटा दिया है. नए कलेक्टर को चुनने के लिए तीन लोगों का पैनल बनाया गया है. जिस मतदाता सूची में गड़बड़ी के कारण अशोक नगर कलेक्टर बीएस जामोद को चुनाव आयोग ने हटाया है. उसी मतदाता सूची के सतत पुनरीक्षण कार्य में उत्कृष्ट कार्य करने पर मध्य-प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग ने अशोक नगर कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी बीएस जामोद को अवार्ड ऑफ एक्सीलेंस से सम्मानित किया था. पिछले साल जामोद को यह सम्मान राज्यपाल ओमप्रकाश कोहली ने दिया था.
कांग्रेस ने बीजेपी सरकार और प्रशासन पर आरोप लगाए थे कि मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की गई है. हालांकि इससे पहले संयुक्त निर्वाचन अधिकारी एसएस बंसल ने इन आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि जांच में ऐसा कुछ सामने नहीं आया है और एक नाम के कई व्यक्ति होते हैं. 24 फ़रवरी को मुंगावली में उपचुनाव होगा.
कांग्रेस ने कल सोमवार को चुनाव आयोग पर मध्य प्रदेश में उपचुनावों से पहले मतदाता सूची में कथित गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग से शिकायत की थी. कांग्रेस नेताओं के एक शिष्टमंडल ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंप कर इस संबंध में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित कराने के लिए कदम उठाने को कहा था.
इस शिष्टमंडल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मोहन प्रकाश, रणदीप सुरजेवाला, आरपीएन सिंह एवं सत्यव्रत चतुर्वेदी शामिल थे. उन्होंने मध्य प्रदेश में भाजपा सरकार पर सरकारी मशीनरी के कथित दुरूपयोग का आरोप लगाया.
चुनाव आयोग से शिष्टमंडल की मुलाकात के बाद कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने बताया कि मध्य प्रदेश में दो विधानसभा सीटों के उपचुनाव से पहले ‘‘हताश भाजपा लोकतंत्र की हत्या कर रही है’’. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मतदाता सूची में व्यापक स्तर पर गड़बड़ी की जा रही है. कांग्रेस नेताओं ने इस सिलसिले में कथित ‘सबूत’ सौंप और चुनाव आयोग द्वारा फौरन कार्रवाई की मांग की.
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