चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड के ओवल में भारत-पाक के बीच खेले गए खिताबी मुकाबले में भारत की हार के बाद में गिरफ्तार हुए, आरोपियों ने कहा है कि वह मुसलमान होने के साथ भारतीय भी हैं। आरोपियों का कहना है कि उन्होंने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे नहीं लगाए हैं। यह मध्य प्रदेश के बुरहानपुर गांव का मामला है। बता दें की इन 15 आरोपियों की गिरफ्तारी चैंपियन ट्राफी मैच मेें भारत की हार के बाद पटाखे दगाकर जश्न मनाने और कथित रूप से पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाने से स्थानीय लोगों ने मामला दर्ज कराया था। जेल में बंद आरोपी अ नीस मंसूरी बाबू ने कहा कि उन्हें जेल में कई शख्सों की ओर से बहुत कुछ दुर्व्यवहार सहन करना पड़ रहा है। अनीस बाबू पेशे से एक दर्जी है। उसका आरोप है कि हमसे खांड़वा जेल में शौचालय और नाले साफ कराए गए थे और जेल कैदी हमें धोखेबाज कहते थे। जब हम जेल में प्रवेश करते थे। उनमें से कुछ हमें थप्पड़ भी मारे।
पाकिस्तान की जीत पर रुड़की में एक मोहल्ले में कुछ लोगों ने आतिशबाजी कर लोगों की भावनाएं भड़काने एवं माहौल खराब करने का प्रयास किया।बता दें कि पुलिस आतिशबाजी करने वालों के खिलाफ जांच कर कड़ी कार्रवाई करने की तैयारी कर रही है। पुलिस और खुफिया विभाग आरोपियों को चिह्नित करने में जुटें हैं। इन पर स्थानीय माहौल खराब होने का आरोप के तहत मामला दर्ज है।
खुफिया विभाग की टीम गोपनीय ढंग से आरोपियों को चिह्नित करने में लगी हुई है। मामले में एसपी देहात मणिकांत मिश्रा ने कहा था कि पाकिस्तान शत्रु देश है। उसकी जीत पर आतिशबाजी करने का कोई औचित्य नहीं है। उन्हें जानकारी मिली है कि कुछ शरारती तत्वों ने एक मोहल्ले में आतिशबाजी की है। ऐसे लोगों का मकसद माहौल खराब करना है। उन्हें चिह्नित किया जा रहा है।
Be the first to comment on "गिरफ्तार आरोपी बोले- हम भारतीय हैं हमने नहीं लगाए पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे"