टायपिंग और स्टेनो परीक्षा घोटाला

भोपाल: टायपिंग और स्टेनो परीक्षा 2013 में फर्जीवाड़ा कर पास हुए 6 आरोपी मप्र के विभिन्न जिलों में न्यायालयों में पदस्थ हैं. इतना ही नहीं ऐसे ही 8 आरोपी सीने पर खाकी ताने पुलिस कानून की रक्षा करते भी मिल जाएंगे।

यह खुलासा एसटीएफ की जांच में हुआ है. एसटीएफ ने ऐसे 15 आरोपियों की सूची बनाई है, जिन्होंने टायपिंग और स्टेनो की परीक्षा न सिर्फ पैसे देकर पास की, बल्कि सरकारी नौकरियां भी हासिल कर ली हैं. अब तक की जांच में इन 15 के अलावा एसटीएफ को 250 से 300 लोगों के (जिन्होंने फर्जी तरीके से स्टेनो और टायपिंग पास की) सरकारी नौकरी में काम करने की आशंका है.

इन सभी पर 14 अप्रैल 2013 और 21 अप्रैल 2013 को अंग्रेजी शॉर्ट हैंड और हिंदी टायपिंग की परीक्षा में पैसा देकर पास होने का आरोप है।

एसटीएफ अब इन सभी आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाएगी. इसके बाद सभी की गिरफ्तारी होगी. मालूम हो फर्जी जाति प्रमाण-पत्र लगाकर नौकरी पाने का यह मामला व्यापमं के बाद मप्र का दूसरा सबसे बड़ा घोटाला है।

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