पटना । एक मां ने आज समाज के सारे रिश्ते कलंकित कर दिए। दामाद के प्यार में अंधी सास ने ना तो समाज के डर का परवाह किया ना ही रिश्ते की मर्यादा की। उसने अपने ही दमाद के साथ जीने मरने कि कसम खाते हुए सात फेरे ले लिया और बन गई बेटी कि सौतन। घटना मधेपुरा जिले की पुरैनी गांव में घटी। जानकारी के मुताबिक महिला का नाम आशा देवी है। आशा देवी की बेटी रिंकी की शादी आज से कुछ साल पहले बड़े ही धूमधाम से मधेपुरा जिला निवासी मुकेश के साथ हुई थी। लेकिन उसकी बेटी रिंकी को यह पता नहीं था कि जिसने उसकी शादी बड़ी धूमधाम से कराई वो ही उसकी जिंदगी बिखेर देगी और उसकी सौतन बनेगी।
शादी के कुछ दिन बाद ही आशा देवी को अपने दामाद मुकेश से प्यार हो गया।
प्यार का इजहार होने के कुछ ही दिनों बाद इन दोनों ने हमेशा के लिए एक होने का फैसला भी कर लिया। दामाद मुकेश ने भी मर्यादाओं को ताख पर रख अपनी सास आशा देवी को हमेशा के लिए अपना बनाने का फैसला कर लिया। फिर क्या था प्यार को मंजिल तक पहुंचाने के लिए मधेपुरा स्थित एक मंदिर में भगवान को साक्षी मानते हुए इन दोनो ने शादी कर ली।
मंदिर में शादी के बाद किसी तरह की बाधा न आए इसलिए मुकेश और उसकी सास आशा देवी कोर्ट पहुंची और कोर्ट मे भी पेपर पर साइन करते हुए कानूनी तरीके से विवाह के बंधन में बंध गए। आशा देवी जब कोर्ट से मैरिज सर्टीफिकेट लिए अपनी ही बेटी की सौतन बनकर घर में पहुंची तो उसकी बेटी से देखते ही बेहोश हो गई।
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