पत्थर, डिस्पोजल को खेतों में जमींदोज कर जमीन बना रहे बंजर,किसानो ने किया विरोध

उज्जैन, मनीष भालसे,  सिंहस्थ महाकुंभ में पांडाल लगाने के लिए प्रशासन द्वारा किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी. सरकार ने वादा किया था कि सिंहस्थ निपटने के बाद उनकी जमीन को वापस खेतीहर बनाकर देंगे लेकिन ठेकेदार सरकार के मंसूबे पर पानी फैर रहे हैं और अधिकारी किसानों की पीढा नहीं सुन रहे. ऐसे ही बडनगर रोड पर शनिवार को एक ठेकेदार द्वारा सेप्टिक टैंक के गड्ढे को बिना खाली करवाये उसमें ईंट, डिस्पोजल, पत्थर भरकर बंद किया जा रहा था साथ ही खेती की जमीन पर से पथरीली सामग्री हटाने की बजाए वहीं जमींदोज की जा रही थी जब ऐसा करने से किसानों ने रोका तो ठेकेदार ने बंद कराने की धमकी दे डाली. क्षेत्र के किसानों ने भी इसका विरोध किया और जेसीबी को रोक दिया.

बडनगर रोड स्थित मुल्लापुरा, मोहनपुरा, सदावल, मंगरोला क्षेत्र स्थित खेतों में ठेकेदार द्वारा सेप्टिक टैंकों को खाली किये बिना ईंट, पत्थर, डिस्पोजल द्वारा भरे जा रहे थे किसानों ने इस बात का विरोध किया और जेसीबी को रोक दिया. कृषि उपज मंडी संचालक विक्रमसिंह पटेल के अनुसार खेतो में बने सेप्टिक टैंकों को शौचालय तोडकर उसमें से बिकने लायक लोहे की सामग्री को निकालकर बाकि बेकार ईंट, पत्थर उसी टैंक में भरे जा रहे थे. इसके कारण आने वाले समय में खेती करने में किसानों को समस्या का सामना करना पडेगा और जमीन बंजर हो जाएगी. खेतों में डिस्पोजल बिखरे पडे है, इन्हें भी साफ कराने के बजाए जेसीबी से जमींदोज कर रहे है जो खेती के लिए खतरा बनेगा. किसान सेवाराम यादव, रशीद चाचा, करणसिंह कक्काजी, गिवर्धनसिंह, मोहम्मद हुसैन खलवाले, शिवाजी, बद्रीलाल, रणछोड लाल, लक्ष्मीनारायण, कन्हैयालाल, भूरालाल, ओमप्रकाश, प्रभुजी, बसंतीलाल, चुन्नीलाल, लाखन, दशरथ, रामप्रसाद, हीरालाल, देवीलाल, सत्यनारायण, दिनेश आदि ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी को रोका.

मैं भाजपा का ठेकेदार हूं, चोरी में बंद करवा दूंगा

किसान रामेश्वर पटेल तथा विक्रमसिंह पटेल के अनुसार किसानों ने जब जेसीबी को सेप्टिक टैंकों में पथरीली सामग्री डालने से रोका तो उत्तरप्रदेश के नंबर की गाडी से एक व्यक्ति आया जिसने खुद को ठेकेदार बताते हुए कहा कि जो हो रहा है उसे होने दो. रोक टोक की तो चद्दर, टंकी चुराने का आरोप लगाकर जेल में बंद करवा दूंगा. ठेकेदार की गाडी पर भाजपा का झंडा भी लगा था. हालांकि किसानों का विरोध देखकर ठेकेदार वहां से निकल गया और ड्रायवर भी जेसीबी छोडकर भाग गया.

अधिकारियों ने कहा हमारा काम खत्म हो गया

मोहनपुरा निवासी किसान सत्यनारायण सनी के अनुसार हमारे खेतों में बने टैंकों में सिंहस्थ की शुरूआत से लेकर आखिरी शाही स्नान तक बराबर सफाई होती थी लेकिन आखिरी नहान के बाद टेंक ख़ाली नहीं हुये. इसकी शिकायत सेक्टर नंबर 2 में शिकायत की तो उन्होंने कहा अधिकारियों से कहो. दो-तीन बार अधिकारियों को शिकायत की लेकिन उन्होंने कहा कि सिंहस्थ खत्म हो गया अब हमारा काम ख़त्म हो गया.

पहले से आशंका थी किसानों को दर्द मिलेगा

विक्रमसिंह पटेल के अनुसार हमें पहले से ही मालूम था कि सिंहस्थ बाद किसानों को इस तरह का दंश झेलना पडेगा. इसीलिए 2 मई को मोहनपुरा में एक आयोजन में आने के दौरान मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपा था जिसमे मांग की गई थी कि खेतों में पाईप लाईन, शौचालय एवं बिजली के पोल लगाए गए हैं जिससे खेतों की स्थिति बिगड गई है. सिंहस्थ के पश्चात पुन: खेतों को पहले जैसा बनाया जाए क्योंकि खेतों में रोलर और बुल्डोजर चलाकर खेतों को इतना कडक बना दिया है कि जून में सोयाबीन की फसल हो पाना असंभव है.

मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत

विक्रमसिंह पटेल के अनुसार आज मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के समक्ष बडनगर रोड तथा आसपास के क्षेत्रों के किसान पहुंचकर उनके सामने अधिकारियों और ठेकेदारों द्वारा खेतों में की जा रही कारगुजारियां उजागर की जाएंगी. मुख्यमंत्री को बताएंगे कि जिन किसानों की जमीन पर सिंहस्थ मेला सजा उन्हें सम्मान तो मिला नहीं उल्टा उनकी जमीन को बंजर बनाया जा रहा है.

उज्जैन, मनीष भालसे, पलपल इंडिया ब्यूरो. सिंहस्थ महाकुंभ में पांडाल लगाने के लिए प्रशासन द्वारा किसानों की जमीन अधिग्रहित की गई थी. सरकार ने वादा किया था कि सिंहस्थ निपटने के बाद उनकी जमीन को वापस खेतीहर बनाकर देंगे लेकिन ठेकेदार सरकार के मंसूबे पर पानी फैर रहे हैं और अधिकारी किसानों की पीढा नहीं सुन रहे. ऐसे ही बडनगर रोड पर शनिवार को एक ठेकेदार द्वारा सेप्टिक टैंक के गड्ढे को बिना खाली करवाये उसमें ईंट, डिस्पोजल, पत्थर भरकर बंद किया जा रहा था साथ ही खेती की जमीन पर से पथरीली सामग्री हटाने की बजाए वहीं जमींदोज की जा रही थी जब ऐसा करने से किसानों ने रोका तो ठेकेदार ने बंद कराने की धमकी दे डाली. क्षेत्र के किसानों ने भी इसका विरोध किया और जेसीबी को रोक दिया.

बडनगर रोड स्थित मुल्लापुरा, मोहनपुरा, सदावल, मंगरोला क्षेत्र स्थित खेतों में ठेकेदार द्वारा सेप्टिक टैंकों को खाली किये बिना ईंट, पत्थर, डिस्पोजल द्वारा भरे जा रहे थे किसानों ने इस बात का विरोध किया और जेसीबी को रोक दिया. कृषि उपज मंडी संचालक विक्रमसिंह पटेल के अनुसार खेतो में बने सेप्टिक टैंकों को शौचालय तोडकर उसमें से बिकने लायक लोहे की सामग्री को निकालकर बाकि बेकार ईंट, पत्थर उसी टैंक में भरे जा रहे थे. इसके कारण आने वाले समय में खेती करने में किसानों को समस्या का सामना करना पडेगा और जमीन बंजर हो जाएगी. खेतों में डिस्पोजल बिखरे पडे है, इन्हें भी साफ कराने के बजाए जेसीबी से जमींदोज कर रहे है जो खेती के लिए खतरा बनेगा. किसान सेवाराम यादव, रशीद चाचा, करणसिंह कक्काजी, गिवर्धनसिंह, मोहम्मद हुसैन खलवाले, शिवाजी, बद्रीलाल, रणछोड लाल, लक्ष्मीनारायण, कन्हैयालाल, भूरालाल, ओमप्रकाश, प्रभुजी, बसंतीलाल, चुन्नीलाल, लाखन, दशरथ, रामप्रसाद, हीरालाल, देवीलाल, सत्यनारायण, दिनेश आदि ने मौके पर पहुंचकर जेसीबी को रोका.

मैं भाजपा का ठेकेदार हूं, चोरी में बंद करवा दूंगा

किसान रामेश्वर पटेल तथा विक्रमसिंह पटेल के अनुसार किसानों ने जब जेसीबी को सेप्टिक टैंकों में पथरीली सामग्री डालने से रोका तो उत्तरप्रदेश के नंबर की गाडी से एक व्यक्ति आया जिसने खुद को ठेकेदार बताते हुए कहा कि जो हो रहा है उसे होने दो. रोक टोक की तो चद्दर, टंकी चुराने का आरोप लगाकर जेल में बंद करवा दूंगा. ठेकेदार की गाडी पर भाजपा का झंडा भी लगा था. हालांकि किसानों का विरोध देखकर ठेकेदार वहां से निकल गया और ड्रायवर भी जेसीबी छोडकर भाग गया.

अधिकारियों ने कहा हमारा काम खत्म हो गया

मोहनपुरा निवासी किसान सत्यनारायण सनी के अनुसार हमारे खेतों में बने टैंकों में सिंहस्थ की शुरूआत से लेकर आखिरी शाही स्नान तक बराबर सफाई होती थी लेकिन आखिरी नहान के बाद टेंक ख़ाली नहीं हुये. इसकी शिकायत सेक्टर नंबर 2 में शिकायत की तो उन्होंने कहा अधिकारियों से कहो. दो-तीन बार अधिकारियों को शिकायत की लेकिन उन्होंने कहा कि सिंहस्थ खत्म हो गया अब हमारा काम ख़त्म हो गया.

पहले से आशंका थी किसानों को दर्द मिलेगा

विक्रमसिंह पटेल के अनुसार हमें पहले से ही मालूम था कि सिंहस्थ बाद किसानों को इस तरह का दंश झेलना पडेगा. इसीलिए 2 मई को मोहनपुरा में एक आयोजन में आने के दौरान मुख्यमंत्री को ज्ञापन सौपा था जिसमे मांग की गई थी कि खेतों में पाईप लाईन, शौचालय एवं बिजली के पोल लगाए गए हैं जिससे खेतों की स्थिति बिगड गई है. सिंहस्थ के पश्चात पुन: खेतों को पहले जैसा बनाया जाए क्योंकि खेतों में रोलर और बुल्डोजर चलाकर खेतों को इतना कडक बना दिया है कि जून में सोयाबीन की फसल हो पाना असंभव है.

मुख्यमंत्री से करेंगे शिकायत

विक्रमसिंह पटेल के अनुसार आज मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान के समक्ष बडनगर रोड तथा आसपास के क्षेत्रों के किसान पहुंचकर उनके सामने अधिकारियों और ठेकेदारों द्वारा खेतों में की जा रही कारगुजारियां उजागर की जाएंगी. मुख्यमंत्री को बताएंगे कि जिन किसानों की जमीन पर सिंहस्थ मेला सजा उन्हें सम्मान तो मिला नहीं उल्टा उनकी जमीन को बंजर बनाया जा रहा है.

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