पुलिस से बचने के लिए आलोक सात सालों से पलक किन्नर बन छिपता रहा

इंदौर, रजनी खेतान. किसी भी आपराधिक मामले का आरोपी पहचान छिपाने के लिए क्या-क्या कर सकता है, इसके बारे कई बार आप लोगों ने सुना होगा…आरोपी कभी भेष बदल लेता है, तो कभी इलाका बदल लेता लेकिन इंदौर मे एक आरोपी पुलिस कि गिरफ्त से दूर भागने के लिए न सिर्फ नाम बदला बल्कि अपना लिंग ही परिवर्तन करवा लिया.

वह बेफिक्र था कि कहीं कोई नहीं पकड़ेगा, लेकिन सात साल बाद आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ ही गया. दरअसल इंदौर के तुकोगंज पुलिस ने एक चोर को गिरफ्तार किया है. उसका नाम आलोक श्रीवास्तव है. आलोक ने 18 वर्ष की उम्र में चोरी की और फिर अचानक गायब हो गया. वह मूलरुप से बाणगंगा इलाके का रहने वाला है. पहले कुछ माह तक वह पुलिस की नजरो से बचता रहा और एक दिन अचानक अपना गुनाह छिपाने के लिए किन्नर का भेष धर लिया.

पिछले कई सालों से वह नंदलालपुरा में किन्नरों के साथ रह रहा था. किन्नरों को भी इसकी भनक नहीं थी. आलोक अब किन्नरों के लिए पलक बन चुका था, लेकिन लुका छिपी का यह खेल ज्यादा दिन तक नहीं चल पाया. अब उसे जेल भेजा जा रहा है.

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