दिल्ली-मथुरा ईएमयू में 22 जून को हुए बहुचर्चित जुनैद खान हत्याकांड के मुख्य आरोपी को राजकीय रेलवे पुलिस की टीम ने गांव साकरी जिला धुले(महाराष्ट्र) से गिरफ्तार किया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी ने जुनैद पर चाकू से वार करने की बात कुबूल की है। वारदात के समय मौके पर मौजूद जुनैद के भाई हाशिम और मोसिम से भी पुलिस ने हत्यारोपी की शिनाख्त करवाई। कानूनी प्रक्रिया की वजह से जीआरपी ने अभी हत्यारोपी की पहचान गुप्त रखी है।
हालांकि, विभाग के सूत्रों के मुताबिक, हत्यारोपी हथीन के भामरौला गांव का रहने वाला 26 वर्षीय युवक है। वारदात अंजाम देने के बाद पुलिस की पकड़ से बचने के लिए हत्यारोपी महाराष्ट्र भाग गया था और जगह बदल बदल कर रह रहा था। पुलिस सूत्र बताते हैं कि वारदात के बाद हत्यारोपी ने गांव के ही एक रसूखदार व्यक्ति से संपर्क कर उसे बचाने की गुहार लगाई थी। उस व्यक्ति ने आरोपी को फिलहाल कुछ दिन के लिए शहर से दूर चले जाने की सलाह दी थी।
दिल्ली की एक कंपनी में नौकरी करने वाला आरोपी परिजनों को भी अपने छिपने के सही ठिकाने की जानकारी नहीं देकर गया था। परिजनों से बंगलुरू जाने की बात कह कर वह महाराष्ट्र के धुले जिले में रह रहा था। पुलिस ने गांव के उसी रसूखदार व्यक्ति को विश्वास में लिया तब जाकर हत्यारोपी के छिपने का ठिकाना पता चला। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जुनैद हत्याकांड का मुख्य आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है रविवार को उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा।
जीआरपी सूत्रों के मुताबिक हत्यारोपी की पहचान तो काफी पहले हो गई थी लेकिन वह कहां है इसका पता नहीं लग रहा था। हत्यारोपी यहां के माहौल की जानकारी लेने के लिए भमरौला गांव के रसूखदार व्यक्ति को फोन करता था। पुलिस ने रसूखदार व्यक्ति से संपर्क कर कानून की मदद करने को कहा। रसूखदार ने हत्यारोपी का फोन आने पर उसकी स्थिति की जानकारी लेकर जीआरपी को दी। हत्यारोपी की लोकेशन पता चलते ही जीआरपी टीम मंगलवार को ही महाराष्ट्र के धुले जिले के लिए रवाना हो गई थी। बृहस्पतिवार को पुलिस हत्यारोपी तक पहुंच गई।
सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में हत्यरोपी ने पुलिस को उसे असावटी स्टेशन से बाइक पर बैठा कर अपने साथ ले जाने वाले युवकों की जानकारी दी थी। उससे मिली जानकारी पर ही पुलिस ने असावटी के पास रहने वाले दो युवकों को हिरासत में लिया था हालांकि पुलिस ने इन दोनों की गिरफ्तारी के बारे में नहीं बताया। रविवार को हत्यारोपी के मीडिया के सामने आने पर घटना की सच्चाई सामने आएगी।
मालूम हो कि 22 जून को दिल्ली से ईद की खरीदारी कर दिल्ली-मथुरा ईएमयू से लौट रहे खंदावली निवासी जुनैद खान और उसके भाईयों की कुछ सहयात्रियों से लड़ाई हो गई थी। बल्लभगढ़ और असावटी के बीच ट्रेन में मारपीट और चाकूबाजी में जुनैद की मौत हो गया था जबकि शाकिर गंभीर रूप से घायल हो गया था। इस मामले में पुलिस पांच लोगों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
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