पैंथर्स पार्टी ने मोदी से पूछा, फिलस्तीन की बुनियादी समस्या को कैसे भूल गये

नई दिल्ली। नेशनल पैंथर्स पार्टी के मुख्य संरक्षक एवं जियोवादी राज्य इजरायल के इतिहास के जानकार प्रो. भीमसिंह ने भारतीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के इजरायल और फिलस्तीन समस्या को, जिससे विश्व शांति को खतरा है और जिसके कारण दुनिया युद्ध की आग में जल सकती है, जिस तरह पहले भी हुआ है, जानबूझकर भूल जाने पर गहरी चिंता व्यक्त की।

प्रो.भीमसिंह ने भारतीय प्रधानमंत्री इजरायल (फिलस्तीन का विभाजित क्षेत्र) के दौरे पर जाने के संबंध में उनके असली इरादे पर सवाल उठाया।

उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि वे पूरे देश को बताएं कि भारत के सदियों पुराने दोस्त फिलस्तीन की उपेक्षा करके इजरायल के दौरे पर जाने के पीछे किया उद्देश्य है। उनके इस दौरे पर कितना खर्च आया और वे कितने भारतीय यहूदियों से मिले, वे इजरायल में एक छोटे से जिले बीरशेबा क्यों नहीं गये, जहां भारतीय यहूदी कठिन परिस्थितियों में जीवन बिताने के लिए मजबूर हैं।

प्रो.भीमसिंह 1971 में अपने विश्व शांति मिशन के तहत बीरशेबा गए थे, जहां भारतीय यहूदियों के साथ सफाई कर्मचारी की तरह व्यवहार किया जाता है और उनकी हालत आज भी वैसी ही है। उन्होंने सवाल किया कि प्रधानमंत्री ने तथाकथित तेल-अवीव में क्यों भारतीयों की सभा को संबोधित किया और बीरशेबा में क्यों नहीं।

प्रो. भीमसिंह ने कहा कि तेल-अवीव में बेंजामिन नेतनयाहू के साथ भारत के प्रधानमंत्री द्वारा हस्ताक्षरित सात समझौते का मतलब भारत के वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं, भारतीय लोगों, किसानों, श्रमिक वर्ग को कुछ भी लाभ नहीं होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री के वक्तव्य पर सवाल किया कि इस तरह के तथाकथित 40 करोड़ अमरीकी डालर कोष से इजरायल के साथ अपने समझौते से भारतीय किसानों को क्या लाभ होगा

उन्होंने उन्हें याद दिलाया कि भारत एक ऐसा देश है, जो कि परमाणु बमों पर प्रतिबंध लगाने के साथ-साथ दुनिया के सभी राष्ट्रों के बीच शांतिपूर्ण सहअस्तित्व के लिए शांतिपूर्ण प्रयास कर रहा है। यह महात्मा गांधी का पूरी दुनिया के लिए संदेश था, इसी पर भारत की गुटनिरपेक्ष नीति आधारित है।

पैंथर्स सुप्रीमो ने दुख प्रकट करते हुए कहा कि भारत की गुटनिरपेक्ष नीति और धर्मनिरपेक्ष बुनियाद को भाजपा सरकार ने दफन करके रख दिया है। उन्होंने श्री नरेन्द्र मोदी से सवाल किया कि उन्होंने निहायत अमानवीय परिस्थितियों में जीवन बिताने पर मजबूर फिलस्तीनियों के कल्याण और उनकी स्वायत्तता को लेकर भारत की चिंता व्यक्त क्यों नहीं की।

प्रो.भीमसिंह ने घोषणा की कि नेशनल पैंथर्स पार्टी और भारत-फिलस्तीनी मैत्री समिति फिलस्तीनियों के अधिकार के संबंध में भारत में 2017 में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन करेगी।

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