प्रदेश में उद्योगपतियों को आकर्षित करने हो नवाचारी व्यवस्था

मध्यप्रदेश में ऊर्जा क्षेत्र में हुए कार्यों की सराहना

केन्द्र सरकार प्रदेश को हरसंभव मदद करेगी

केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री श्री पीयूष गोयल द्वारा ऊर्जा विभाग की समीक्षा

भोपाल : केन्द्रीय ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा और कोयला राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री पीयूष गोयल ने कहा है कि मध्यप्रदेश में सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध हैं। आज आवश्यकता इस बात की है कि राष्ट्रीय स्तर का ध्यान रखते हुए नवाचारी व्यवस्था की जाये जिससे उद्योपति मध्यप्रदेश की ओर ही आकर्षित हो। उन्होंने ऊर्जा सुधार के क्षेत्र में प्रदेश सरकार द्वारा उठाये गये कदमों की सराहना की। राज्य में ऊर्जा तथा खनिज विभाग में ऐसे काम हुए जो अन्य प्रदेशों के लिए रोल मॉडल बन सकता है। श्री गोयल ने कहा कि ऊर्जा, नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा तथा खनिज विभाग की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि केन्द्र प्रदेश को हरसंभव सहयोग देगा। इस मौके पर ऊर्जा तथा नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल विशेष रूप से मौजूद थे।

श्री गोयल ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ में ‘मेक इन एमपी’ अंतर्गत उद्योगों को आकर्षित करने के लिए आकर्षक योजना बनाने पर विचार किया जाना चाहिये। इसमें विद्युत दरों में भी छूट के बारे में प्रावधान लागू किये जाये। ऊर्जा राज्य मंत्री ने विद्युत क्षेत्र में सुधार के लिये पीएस, डीएफ फण्ड से राशि प्राप्त करने के लिए 1000 करोड़ राशि की योजना बनाये जाने को कहा।

ऊर्जा राज्य मंत्री ने राज्य में करीब 40 लाख हाउस होल्ड कनेक्शन देने के निर्देश दिये। उन्होंने वर्ष 2019 तक एटी एण्ड सी हानि के प्रतिशत को 15 प्रतिशत कम करने के लिए कार्य-योजना बनाकर उसे क्रियान्वित करने के निर्देश दिये। श्री गोयल ने शत-प्रतिशत मीटर लगाने पर जोर देते हुए कहा कि भविष्य में स्मार्ट मीटर ही लगाया जाना सुनिश्चित किया जाना चाहिये। उन्होंने बिजली चोरी को सख्ती से रोकने पर भी जोर दिया।

श्री गोयल ने सिंचाई के लिए ऊर्जा दक्ष पम्प की आवश्यकता पर जोर दिया। इससे बिजली की कम खपत दर्ज होने पर राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी की राशि में कमी आयेगी और उस राशि का उपयोग अन्य लाभकारी योजनाओं में किया जा सकेगा। श्री गोयल ने कहा कि ऊर्जा दक्ष पम्प खरीदने पर कोई अतिरिक्त भार वितरण कंपनी पर नहीं आयेगा।

मध्यप्रदेश की सराहना

ऊर्जा राज्य मंत्री श्री गोयल ने मध्यप्रदेश में 2015-16 में बिजली आपूर्ति में 12 प्रतिशत तथा अप्रतिबंधित माँग में 10 प्रतिशत की वृद्धि की सराहना करते हुए कहा कि यह इस अवधि के दौरान पूरे देश में 7 प्रतिशत की वृद्धि से कहीं अधिक है। उन्होंने सोलर आरपीओ पालन में प्रदेश में किये गये कार्य की प्रशंसा की। यह स्थिति भारत के अन्य राज्यों के मुकाबले काफी प्रशंसनीय है। साथ ही अविद्युतीकृत गाँव को विद्युतीकृत करने के लक्ष्य को समय-सीमा में पूर्ण करने की प्रशंसा भी की। उन्होंने मध्यप्रदेश में ईज आफ डूइंग के क्षेत्र में ऊर्जा विभाग को वर्ल्ड बैंक द्वारा 5 में से 5 अंक दिये जाने पर बधाई दी।

ऊर्जा तथा नवकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल ने प्रदेश में विद्युत सुधार तथा अंधोसंरचना के क्षेत्र में उठाये गये कदमों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में हर श्रेणी के उपभोक्ताओं को पर्याप्त बिजली उपलब्ध करवायी जा रही है। अब प्रदेश का शुमार पॉवर सरप्लस राज्यों की श्रेणी में है।

प्रमुख सचिव ऊर्जा श्री आईसीपी केसरी, प्रमुख सचिव नवीन एवं नवकरणीय ऊर्जा श्री मनु श्रीवास्तव, सचिव खनिज साधन श्री शिवशेखर शुक्ला ने केन्द्रीय ऊर्जा राज्य मंत्री को प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अपने-अपने विभाग की जानकारी दी। मघ्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के प्रबंध संचालक श्री विवेक पोरवाल सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।

 

Be the first to comment on "प्रदेश में उद्योगपतियों को आकर्षित करने हो नवाचारी व्यवस्था"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*


error: Content is protected !!