मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लिया स्वामी अवधेशानंद गिरि से आशीर्वाद
भोपाल :मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि संत समाज प्राचीन-काल से शासन का मार्गदर्शन करता आया है। मध्यप्रदेश सरकार भी संतों के बताये मार्ग पर चल रही है। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज सिंहस्थ मेला क्षेत्र में पंचदशनाम जूनागढ़ अखाड़े के महामण्डलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि से आशीर्वाद प्राप्त कर उनसे चर्चा कर रहे थे। इस अवसर पर संत श्री मुरारी बापू और मुख्यमंत्री की धर्म-पत्नी श्रीमती साधना सिंह और अन्य संत भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने स्वामी अवधेशनंद गिरि से सिंहस्थ की व्यवस्थाओं को और अधिक चाक-चौबंद बनाने तथा क्षिप्रा नदी की पवित्रता, शुद्धता और प्रवाह को बनाये रखने के सम्बध में चर्चा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि सिंहस्थ महाकुम्भ से पहले उज्जैन के शत-प्रतिशत मंदिरों के जीर्णोद्वार का कार्य प्रारंभ कर दिया गया, जो लगातार जारी है। इसी प्रकार पुण्य-पावनी क्षिप्रा के प्रवाह को बनाये रखने के लिए इसमें नर्मदा जल का प्रवाह किया गया है। उन्होंने कहा कि क्षिप्रा की शुद्धता और शुचिता को बनाये रखने के लिए संत समाज से भी सलाह-मशविरा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने क्षिप्रा की शुद्धता को प्रभावित करने वाली ‘‘खान नदी‘‘ का स्थाई हल निकाले जाने की बात भी कही।
मुख्यमंत्री से चर्चा के दौरान स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा कि क्षिप्रा सहित सभी नदियों की शुद्धता, निर्मलता, पवित्रता और शुचिता बनाए रखने के लिए आवश्यक है कि हम सब अधिक से अधिक पौधों का रोपण करें। उन्होंने महाकुम्भ में आने वाले धर्मावलम्बियों का आव्हान किया कि नदियों की शुद्धता और पृथ्वी की हरीतिमा को बनाये रखने का संकल्प लें।
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