बाढ़ का कहर: बिहार-यूपी में दो दिन में 90 की मौत, बचाव में जुटी सेना

भारी बारिश के कारण गंगा और उसकी सहायक नदियों में आई बाढ़ पूरे उत्तर बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में कहर बरपा रही है। इन दोनों राज्यों में पिछले दो दिनों में 90 लोगों के मारे जाने के साथ ही एक करोड़ से अधिक आबादी बाढ़ में फंसी है। कई इलाकों का संपर्क देश के अन्य हिस्सों से कट गया है, कई पुल बह गए हैं तो सड़क के साथ ही रेलमार्ग बाधित हुए और दर्जनों ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। राहत और बचाव कार्य के लिए सेना, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) और हेलीकॉप्टरों को लगाया गया है। स्कूलों को बंद कर दिया गया है।

बिहार के चौदह- भागलपुर, कटिहार, सुपौल, पूर्णिया, मधेपुरा, सहरसा, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, शिवहर, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज और यूपी के गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया, सिद्धार्थनगर, महाराजगंज, सीतापुर, बलरामपुर, गोंडा, बाराबंकी, बहराइच समेत 15 जिलों में स्थिति काफी खराब है। दर्जनों जगह तटबंधों के टूटने से एक करोड़ से अधिक आबादी फंसी हुई हैं। इन्हें बचाने के लिए सेना की मदद ली जा रही है। पश्चिम चम्पारण में हेलीकॉप्टरों से जवानों को उतारा जा रहा है। उत्तर बिहार की बागमती, लखनदेई, अधवारा समूह की कई नदियां, कोसी, बूढ़ी गंडक तथा गोरखपुर में राप्ती आदि सहायक नदियां तेज उफान पर हैं।

मोतिहारी-वाल्मीकिनगर, नरकटियागंज-साठी, सीतामढ़ी-रक्सौल, सुगौली-रक्सौल, दरभंगा-सीतामढ़ी पर कई ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। दिल्ली की ओर से जानेवाली कई ट्रेनों को भी रद्द किया गया है। कई जगह बाढ़ पीड़ित लोग आंदोलन पर उतारू हैं।

यूपी के गोरखपुर में राप्ती और रोहिन नदी में उफान से दहशत व्याप्त है। तकरीबन 25 हजार लोग प्रभावित हो गए हैं। जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में बाढ़ के पानी में डूब कर पांच युवकों की मौत हो गई। इसके अलावा दो लोगों की गोण्डा में और एक की बहराइच में डूबने से मौत हो गई। देवरिया के डुमरी गांव में शिव बनकटा से बहकर आए पीपे के पुलिए को निकालते समय एक युवक नदी के तेज धारा के साथ बह गया। सिद्धार्थनगर-बस्ती राजमार्ग और सिद्धार्थनगर-ककरहवा मार्ग बंद हो गया है। कुशीनगर में सेना के हेलीकाप्टरों में कुल 10 हजार परिवारों के लिए खाने का पैकेट, तीन दिन का राशन, दवा और कपड़े भेजे गए।

भाजपा ने बाढ़ पीड़ित सहायता केंद्र खोले

बिहार भाजपा अध्यक्ष नित्यानंद राय ने कहा कि पार्टी राज्य के बाढ़ पीड़ितों की सेवा एवं सहायता के लिए तत्पर है। इसके लिए राज्य एवं जिला स्तर पर बाढ़ पीड़ित सहायता केंद्र खोले गए हैं। बुधवार को पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आयोजित प्रेस कान्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि पार्टी की ओर से पहले ही मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष में 11 लाख रुपये देने की घोषणा की गई है।

जलमग्न थाना में झंडा फहराने वाले पुरस्कृत होंगे
यूपी के डीजीपी सुलखान सिंह ने स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जलमग्न थाना परिसरों में झंडारोहण करने वाले पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
गत 13 अगस्त से घाघरा नदी का जलस्तर लगातार बढ़ने के कारण बहराइच के थाना बौण्डी में जलभराव हो गया। इसी तरह सिद्धार्थनगर के थाना जोगिया उदयपुर के परिसर में भी पानी भर गया। इसके बाद भी पुलिस कर्मियों द्वारा पूरे उत्साह व मनोयोग के साथ दोनों थाना परिसरों में झण्डारोहण किया गया।

अवध-असम समेत कई ट्रेनें निरस्त
रेलवे स्टेशनों में ट्रैक पर पानी भर जाने की वजह से रेलवे ने अवध-असम समेत चार ट्रेनें सोमवार को निरस्त रहीं। इसके अलावा नई दिल्ली से न्यू जलपाईगुड़ी जाने वाली ट्रेन 12524, ट्रेन 15652 जम्मू-गुवाहटी, ट्रेन 15904 चंडीगढ-डिब्रूगढ़ टाउन एक्सप्रेस रही। वहीं नई दिल्ली डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस गुरुवार को निरस्त रहेगी। इसके अलावा ट्रेन 15653 गुवाहाटी-जम्मूतवी एक्सप्रेस गुरुवार को गुवाहाटी-बरौनी के मध्य निरस्त रहेगी।
-मघुबनी में 8, मोतिहारी में 6, सीतामढ़ी में 13 व बेतिया में 10 लोगों की हुई मौत
-पश्चिमी व पूर्वी चंपारण तथा मधुबनी में बचाव कार्य को बुलायी गयी सेना
-सीतामढ़ी व मोतिहारी शहर में घुसा बाढ़ का पानी, शिवहर शहर में भी कायम है पानी
-एनएच 104 पर पानी के बहाव से मधुबन-शिवहर पथ पर आवागमन ठप
-मधुबनी में बाढ़ को लेकर 19 तक बंद की गयी प्राथमिक से प्लस टू तक के स्कूल
-मधुबनी- सीतामढ़ी स्टेट हाईवे पर यातायात ठप
-दरभंगा-सीतामढ़ी रेलखंड पर भी ट्रेनों का परिचालन हुआ ठप
-शिवहर का सीतामढ़ी व मोतिहारी से सड़क संपर्क चौथे दिन भी ठप
-शिवहर-सीतामढ़ी पथ में धनकौल के पास बुनियादगंज पुल का डायवर्सन तेज धार में बहा
-दरभंगा में कमला-बलान नदी का तटबंध टूटने से घनश्यामपुर के नये इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी
-मुजफ्फरपुर के औराई में 25 हजार व साहेबगंज में 13 हजार लोग प्रभावित
-कटरा में पांच हजार से अधिक लोगों ने बांधी पर ली शरण
-बाढ़ प्रभावित इलाकों में घरों की छतों पर फंसे पीड़ित परिवार
-16 जगहों पर टूटा लखनदेई का बांध
कोट
बाढ़ राहत में लापरवाही और भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बाढ़ का स्थायी समाधान बोल्डर वाले तटबंध बनाकर किया जाएगा। शारदा और घाघरा नदियों को गोमती नदी से जोड़ने पर गम्भीरता से विचार किया जाएगा। सरकार पूरी तरह से बाढ़ पीड़ितों के साथ है।
– योगी आदित्यनाथ, यूपी के मुख्यमंत्री

सभी सीएमओ और जिला अस्पतालों के सीएमएस को चेतावनी दी कि बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में डॉक्टर, इलाज और दवाइयों में कोई कमी पाई गई तो इसके वे सीधे जिम्मेदार होंगे। दोषी पाए जाने पर

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