बिना कर्ज मांगे बैंक ने बनाया वृद्धा को कर्जदार

डिंडौरी। बिना कर्ज लिए लगभग 5 लाख रुपए का वसूली नोटिस देखकर 85 वर्षीय वृद्ध महिला बीमार पड़ गई। मंगलवार को जनसुनवाई पहुंचकर जब वृद्ध महिला कलेक्टर को अपनी व्यथा बताई तो अधिकारी भी दंग रह गए। डिंडौरी जनपद के ग्वारा गांव की सुकला बाई पति स्व. गयादीन ने कलेक्टर को शिकायत में बताया कि सेंट्रल मध्यप्रदेश ग्रामीण बैंक शाखा शाहपुर से उसे बिना कर्ज लिए ही 4 लाख 79 हजार 445 रुपए का नोटिस थमा दिया गया। राशि जमा न करने पर जमीन नीलामी का नोटिस मिलते ही वृद्ध महिला के होश उड़े हुए हैं। बीमार हालत में ही महिला शिकायत करने अब बैंक के साथ कलेक्ट्रेट का चक्कर काट रही है।

जमानतदार बताकर बना दिया कर्जदार

वृद्धा ने बताया कि उसका मायका भरद्वारा गांव में है और उसे पिता से जो जमीन मिली है वह भरद्वारा में ही है। वृद्धा ने बताया कि वर्ष 2012 में भरद्वारा निवासी पूर्व जनपद सदस्य भदिया बाई व उसके पति सेवानिवृत्त शिक्षक विष्णु सिंह यह कहकर उसे बैंक ले गए थे कि उन्हे कृषि लोन लेना है और उन्हे लोन लेने के लिए जमानतदार की आवश्यकता है। महिला ने बताया कि वह पढ़ी लिखी नहीं है। बैंक में ले जाकर उसे हस्ताक्षर करा लिए थे। 15 मई को जब उसे कर्ज का नोटिस मिला तो वह भी दंग रह गई।

धोखे से कर्जदार बनाने का आरोप

वृद्ध महिला ने बताया कि 15 मई को उसे वकील से बैंक द्वारा नोटिस भेजकर 2 लाख 68 हजार 935 रुपए के कर्ज का ब्याज सहित 4 लाख 79 हजार 445 रुपए चुकता करने का भेजा गया है। नोटिस जब उसके नाती टेक सिंह ने देखा तो उसने कर्ज लेने की बात बताई।
महिला ने आरोप लगाया कि भदिया बाई व विष्णु सिंह ने बैंक के अधिकारियों से मिलकर उन्हे धोखे से कर्जदार बना दिया गया, जबकि उसने कोई लोन लिया ही नहीं है। महिला ने धोखाधड़ी की इस मामले की जांच कर आरोपियों के विरूद्ध कार्रवाई करने की मांग की है। अपर कलेक्टर दिलीप मंडावी ने मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है।

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