भारत में भले ही कितनी भी तरक्की हो गई हो लेकन देश के कुछ स्थान आज भी ऐसे है जहां काला जादू और अंधविश्वास पर लोग भरोसा करते है। भारत ने भले अंतरिक्ष तक अपने झंड़े गाड़ दिये हो पर लेकिन आज भी कुछ लोग अंधविश्वास की गिरफ्त में है जो की देश की बढ़ती तकनीकि पर सवाल खड़े करता है।
विशेष तौर ग्रामिण क्षेत्रों में काले जादू का बोलबाला ज्यादा है। इन्ही टोने-टोटके चक्कर में कई दिलदहलाने वाली घटनाएं सामने आती है। घर से बाहर निकलते समय अक्सर आपने किसी न किसी दीवार पर लिखा हुआ पढ़ा होगा, कि काला-जादू करवाने के लिए यहां संपर्क करें। हम आपकों भारत में ऐसी कुछ मशहूर जगहों के बारें में बता रहे है जहां पर आज भी काला जादू का बोलबाला है।
वाराणसी(उत्तर प्रदेश)- पवित्र माना जाने वाले वाराणसी शहर में इस काम का काफी जोर चल रहा है। यहां के लोगों का मानना है कि काले जादू से उनके देवता खुश हो जाते है।
सुल्तान शाही ( हैदराबाद) – सुल्तानशाही अपने कर्मकांड के लिए काफ़ी बदनाम शहर है। यहां पर काला जादू के नाम पर सेक्स की मंडी भी लगाई जाती है। यहां के कुछ ढोंगी बाबा गैरकानूनी तरीके से गरीब लड़कियों की अमीर सेठों के साथ शादी करवा देते है।
पेरिंगोटुकार (केरल) – काले जादू के लिए यह गांव काफी चर्चा में है। यहां लोग चट्टान और कुट्टीचट्टान को पूजते है। यहां काले जादू के नाम पर भगवन विष्णु को देवता बनाकर पूजा जाता है।
खुशबदरा नदी (ओडिशा)- भले ही यह इलाका आर्थिक रूप से पिछड़ा हो लेकिन यहां तांत्रिकों का राज चारों तरफ़ दिखाई देता है। यहां के लोगों का दावा है कि तांत्रिक शरीर में घुसी आत्माओं को निकाल देते है। यहां कई मुंड और अनेक हड्डियां बरामद हो चुकी है।
शालीबंदर ,मोगलपुरा (ओल्ड हैदराबाद)- हैदराबाद के इस इलाके में अंधविश्वास के नाम पर अनेक गैरकानूनी धंधे किए जाते है। ढ़ोंगी तांत्रिक लोगों को डराकर अपना कारोबार बढ़ा रहे है।
Be the first to comment on "भारत में आज भी इन जगहों पर हैं काला जादू का बोलबाला"