मिलीभगत से पदोन्नति में आरक्षण को कमजोर बनाया

भोपाल । बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने मंगलवार को भेल दशहरा मैदान में पर सभा की। उन्होंने कहा जातिवादी पार्टियां बसपा को पूरी तरह खत्म करना चाहती हैं। मप्र में कांग्रेस और भाजपा ने मिलीभगत से पदोन्नति में आरक्षण को प्रभावहीन बना दिया है। उन्होंने कहा कांगे्रस-भाजपा दोनों की सरकारें देखी है, अब इन्हें और आजमाने की जरूरत नहीं। मायावती ने लगभग 20 मिनट के उद्बोधन की शुरुआत कांग्रेस पर हमले से की। उन्होंने कांगे्रस के लिए ‘खिसयानी बिल्ली खंभा नोचे’ की कहावत कही। मायावती ने कहा कि कांग्रेस बहुजन समाज पार्टी से गठबंधन तो करनचाहती थी लेकिन हमें सीटें सर्वजन समाज की तुलना में बहुत कम दे रही थी। इससे लगता था कि कांग्रेस बसपा को खत्म करना चाहती है, इसलिए हमने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया।

1. आरक्षण : कमीशन की सिफारिशों को कांग्रेस लागू ही नहीं करना चाहती थी। बड़े संघर्ष के बाद इसे लागू किया जा सका। बसपा ने मंडल कमीशन के लिए आवाज उठाई तो भाजपा ने समर्थन खींचकर सरकार नहीं चलने दी।

2. ऊंची जाति के गरीब :

अपने कोर वोटर्स के अलावा मायावती ने सवर्ण वोटरों की भी बात की। उन्होंने कहा ‘अपर कास्ट’ के गरीबों की हालत दयनीय है। हमने ऐसे लोगों को आर्थिक आधार पर आरक्षण देने के लिए केंद्र को लिखा लेकिन भाजपा ने कोई संज्ञान नहीं लिया।

3. असफल भाजपा :

केंद्र की सरकार के फैसलों से गरीबों को नुकसान हुआ। उन्होंने कहा नोटबंदी, जीएसटी का अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ा है। बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार बढ़ा। भाजप ने पूंजीपतियों के लिए काम किए।

 

Be the first to comment on "मिलीभगत से पदोन्नति में आरक्षण को कमजोर बनाया"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*


error: Content is protected !!