मुशायरे के रूप में कुतुबउद्दीन का जन्मदिन मनाया

सीहोर। ऑल इंडिया राजीव गांधी युवा मंच, ऑल इंडिया उर्दू राब्ता कमेटी एवं अल्पसंख्यक एकता विकास परिषद के संयुक्त तत्वाधान में ईद मिलन समारोह के अन्तर्गत मुशायरा एवं कवि सम्मेलन का आयोजन न्यू मार्केट सराय छावनी सीहोर में सम्पन्न हुआ।
इस कार्यक्रम के मुख्यअतिथि श्री कमलेश कटारे उपाध्यक्ष जिला कांग्रेस कमेटी सीहोर कार्यक्रम की अध्यक्षता मोलाना आमिल खान, राष्ट्रीय महामंत्री तथा विशेष अतिथि के रूप में अफजाल पठान, जिलाध्यक्ष मुस्लिम त्यौहार कमेटी डॉ. अनीस वरिष्ठ नेता एवं समाज सेवी, फिरोज खान फतहपुरी मुख्य प्रबंधक म.प्र. देवास टोलटेक्स नाका, कुतुबउद्दीन शेख प्रदेश अध्यक्ष म.प्र. राजीव गांधी युवा मंच थे।
मुशायरा एवं कवि सम्मेलन में शायर एवं कवि डॉ. युनुस फरहत, जफर सेवाई, जलाल मेहकस, अमित चितवन ग्वालियर, आरिफ अली आरिफ, रमेश गोहिया, ब्रजेश शर्मा, उभेस रईस उभेस,  रियाज उद्दीन रिंयाज, मो. परवीन सबा, औरिना अदा, नफीसा अनम, असरफ अली असरफ, आदि लोगो ने अपनी-अपनी शायरी एवं कविता प्रस्तुत की। मुशायरा एवं कवि सम्मेलन की शुरूआत मुल्ला हकीम उद्दीन ने स्वागत भाषण से की। उन्होने अपने उद्बोधन में  कहा इस मुशायरे के आयोजको की होसला अफजाई की और कहा आज उर्दू अदब को जिंदा रखने मे उर्दू राब्ता कमेटी  एवं अल्प संख्यक एकता विकास परिषद का योगदान हमेशा से रहा है।  इसकी बजह से उर्दू अदब जिंदा है। नहीं तो आने वाली पीढ़ी  कहेगी उर्दू भी कोई भाषा हुआ करती थी। इसके अलावा मुनीज कुरैशी द्वारा नात शरीफ पढ़ी तथा रमेश गोहिया जी ने सरस्वती वंदना का पाठ पढ़ा। जिसमें श्रोताओ ने ताली बचाकर उनका उत्साह वर्धन किया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि महोदय ने  अपने सम्बोधन मे कहा कि सीहोर शहर हिन्दू-मुस्लिम संस्कृति का गहवारा रहा है। आप सीहोर का इतिहास उठा कर देखेंगे तो आप पाऐंगे कि यहां गंगा, जमना, तहजीब अतीत काल से चली आ रही है। इस अवसर पर उन्होने कुतुबउद्दीन शेख को जन्मदिन की बधाई दी एवं माला पहनाकर स्वागत किया। इसके अलावा कवि अमित चितवन ग्वालियर ने अपनी रचना मे सहमी गली सहमी सडक़ सहमा शहर इससे पहले ऐसा डर नही देखा। पता है क्या तुम्हे कि कब सडक़ पर जाम हो जायें । दवा मिलने से पहले तुम्हारा काम हो जाये और दुसरे शायर जलाल मेहकश ने अपनी शायरी में किसी के घर को जलाना कोई कमाल नहंी कमाल यह है के तुमको कोई मलाल नहंी, अमीरे शहर से मत खौफ खाईये महेकश वो आदमी है कोई रब्बे जुल जलाल नहंी। इसके अलावा शायरो एवं कवियो ने विभिन्न रचना पाठ पढक़र श्रृोताओ का मन मोह लिया मुशायरा देर रात तक चला। इस कार्यक्रम को आयोजित करने वाले सैयाद मेहमूद अली, सुरेश गुप्ता, आरिफ मदार,  जंहागीर कुरैशी,  हनीफ कुरैशी, नवेद खान, सईद लाला मंसूरी, थे। कार्यक्रम के अन्त में आभार सैयाद मेहमूद अली, जिलाध्यक्ष अल्प संख्यक एकता विकास परिषद ने शायर, कवि एवं प्रशासन श्रृोतागण को कार्यक्रम सफल होने का श्रय दिया एवं आभार माना।

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