राजभवन में नौकरी के नाम पर जालसाजी

भोपाल। राजभवन में पदस्थ एक कर्मचारी और उसके रिश्तेदार के एमबीए पास बेटों को नौकरी लगवाने के नाम पर जालसाज ने 1.60 लाख रुपए ठग लिए। उसने दोनों को सेना में क्वार्टर अलॉटमेंट आॅफिसर की नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। फिलहाल, आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी गई है। जहांगीराबाद पुलिस के मुताबिक बैरसिया रोड स्थित रंभा नगर में रहने वाली शमीम अख्तर के बेटे आमिर अहमद ने एमबीए किया है। राजभवन स्थित स्टाफ क्वार्टर में रहने वाले रिश्तेदार फरजान अली राजभवन में ड्राइवर हैं। फरजान अली के बेटे ने भी आमिर के साथ ही पढ़ाई की है और दोनों दोस्त भी हैं। फरजान के यहां शाहजहांनाबाद निवासी राकेश वर्मा का आना-जाना था। राकेश मिलेट्री कैंटीन में काम करता था। उसने भरोसा दिलाया था कि वह फरजान और उनकी रिश्तेदार शमीम के बेटे की आर्मी में क्वार्टर अलाटमेंट आफिसर के पद पर नौकरी लगवा देगा। इसके लिए हर उम्मीदवार को 4.50 लाख रुपए देने होंगे।

राजभवन के क्वार्टर में हुआ रकम का लेन- देन

16 नवंबर 2015 को राकेश ने शमीम से फरजान के घर पर 80 हजार रुपए लिए और कहा कि एक हफ्ते बाद एग्जाम होगा। इसके पहले वह फरजान से उनके बेटे की नौकरी के लिए इतने ही रुपए ले चुका था। डेढ़ साल बाद भी नौकरी नहीं लगी तो परिजनों ने उससे रुपए वापस मांगे। पहले तो वह गुमराह करता रहा और बाद में गायब हो गया।


थाना प्रभारी प्रीतम सिंह ठाकुर ने बताया कि आरोपी राकेश वर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है। उसके संबंध में पता चला है कि वह मिलिट्री कैंटीन में काम करता था, जहां से उसे बर्खास्त कर दिया गया था। आरोपी उप्र के आगरा का रहने वाला बताया गया है। उसकी तलाश में एक टीम भेजी जाएगी।

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