राष्ट्रीय सेवा योजना से होता है व्यक्तित्व निर्माण-डॉ. रामगिरी

सीहोर। स्थानीय आर. ए. के. कृषि महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े प्रथम वर्ष के नवीन छात्र छात्राओं के अभिमुखीकरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रेरणा पुरुष स्वामि विवेकानन्द एवं माँ सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलन एवं रासेयो के लक्ष्य गीत गायन के साथ किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे महाविद्यालय के प्रभारी अधिष्ठाता डॉ. एस. आर. रामगिरी ने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना के माध्यम से देश की सेवा हेतु रासेयो से जुडक़र व्यक्तित्व विकास हेतु प्रेरित किया एवं महाविद्यालय के प्राध्यापक डॉ. रोहन सिंह, डॉ आर. सी. जैन, डॉ जायसवाल, डॉ. बी. के. शर्मा ने भी अपने विचार प्रस्तुत किये ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना जिला संगठक डॉ.राजेश बकौरिया ने मुख्य अतिथि के रूप में स्वयंसेवकों को संबोधित करते रासेयो गीत, रासेयो खेल, एवं वित्तीय व्यवस्था के बारे में अवगत कराया एवं रासेयो के माध्यम से विभिन्न गतिविधियों को करने का आव्हान किया, वहीं राष्ट्रीय सेवा योजना के पूर्व स्वयंसेवक राष्ट्रीय युवा पुरस्कार प्राप्तकर्ता राकेश वर्मा ने स्वयंसेवकों को राष्ट्रीय सेवा योजना के महत्व को समझाया एवं आर.डी. स्वयंसेवक मोहित विश्वकर्मा ने स्वयंसेवकों को शांति दूत के तौर पर कार्य कर देश सेवा करने हेतु मार्गदर्शित किया एवं अपने रासेयो अनुभवों एवं रासेयो गीतों के बारे में जानकारी दी ।
महाविद्यालय के वरिष्ठ स्वयंसेवक एवं राष्ट्रीय सेवा योजना के सर्वोच्च सम्मान इंदिरा गांधी राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार प्राप्तकर्ता दीपेश कुमार अहिरवार ने स्वयंसेवकों को रासेयो के इतिहास, परिचय, लक्ष्य व उद्देश्य के साथ साथ राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय संरचनाओं की जानकारी  स्वयंसेवकों को दी एवं शिक्षा से समाज सेवा व  स्वप्रेरित अनुशासन के साथ देश व समाज की सेवा हेतु स्वयंसेवकों से आव्हान किया !
वहीं महाविद्यालय राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डी. के. रैदास ने इस अभिमुखीकरण कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला एवं छात्र जीवन में देश सेवा का महत्व समझाया एवं रासेयो के ए,बी एवं सी प्रमाणपत्रों के बारे में जानकारी प्रदान की । 
इस अवसर पर महाविद्यालय के अनुभवी छात्र छात्राओं ने अपने अनुभवों को अपने नये साथियों के साथ साझा किया एवं अपने जीवन में हुए बदलाव को बताया, इनमें राहुल पहाड़े, शुभम कीर, घनश्याम बामनिया, स्वाति सिंह, सुरभि पटेल, राजमोहन पंथी,राधा कासन्या,सलोनी राय, पुजा यादव, करिश्मा लोधी, रिया राठौर, किरण चौहान, रितु परमार,नंदनी पंवार इत्यादि ने अपने अनुभव साझा किये ।
कार्यक्रम के अंत में उपस्थित अतिथियों का आभार तृतीय वर्ष के स्वयंसेवक घनश्याम बामनिया ने माना ।

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