राॅयल एनफिल्ड को माॅडिफाय कर बनाया ट्रैक्टर, अब जाएगा अफ्रीका

राॅयल एनफिल्ड को हमेशा से दमदार और आॅफ रोडर मोटरसाइकिल माना जाता रहा है। किसी भी तरह के ऊंचे-नीचे और उबड़-खाबड़ रास्तों में इस बाइक को अब तक कोई सानी नहीं। राॅयल एनफिल्ड का अंदाज कुछ अलग ही है। कंपनी की पंच लाइन ‘जब बुलट चलते तो दुनिया रास्ता दे‘ इस बाइक पर एकदम ठीक बैठता है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि इस आॅफ रोडर बाइक से खेत भी जोता जा सकता है। शायद आपको इस बात पर हंसी आएगी कि बाइक से भी भला कोई खेत जोतता है क्या! पर यह सच है।गुजरात के एक किसान ने इस कारनामे को अंजाम दिया है और अब उसकी यह तकनीक अफ्रीका जाने को तैयार है। खबर के पांचवें पार्ट में आप वीडियो में इस कारनामे को देख सकते हैं।

यह कहानी है गुजरात के एक गरीब किसान मनसूख जगानी की, जिनके पास अपनी खेत को जोतने के लिए ट्रैक्टर खरीदने के पैसे नहीं थे। ऐसे में उन्होंने अपनी पुरानी राॅयल एनफिल्ड को ही ट्रैक्टर की शक्ल दे दी। आज यह टेकनोलाॅजी बुलट सांती या सुजा (Bullet Saanti or Suja) के नाम से देश ही नहीं, विदेश में भी जानी जाती है।

उसने अपनी तरह का एक नया प्रयोग करते हुए इस बाइक को माॅडिफाय किया। पीछे के टायर को हटाकर उसने ट्रैक्टर की तरह 2 चौड़े टायर जोड़ दिए। अब यह बाइक दोपहिया न होकर तीन पहियों वाली हो गई। रियर पार्ट में ही फार्म इंक्यूप्मेंट जोड़ दिया और एक पैनल भी, जो दिखने में एक हैडपंप जैसा दिखाई देता है। इस पैनल से फार्म इंक्यूप्मेंट को नीचे और ऊपर किया जा सकता है।

गरीब किसानों के लिए यह टेकनोलाॅजी काफी कारगर है। इसपर 40 हजार रूपए की अतिरिक्त लागत आती है। यह उन किसानों के लिए आदर्श है जो आज भी बैलों या परमपरागत उपकरणों से खेती करते हैं और फिर भी उम्मीद के मुताबिक रिजल्ट नहीं पा पाते।

अब बात करते हैं जगानी जी की उपलब्धियों की। मनसूख जगानी के इस नए प्रयोग को साल 2002 में नेशनल इनोवेशन फाउण्डेशन ने प्रेस्टिजियस अवाॅर्ड से नवाजा है। इसके बाद उनका यह इनोवेशन देश ही नहीं पूरी दुनिया में पाॅपुलर हुआ, साथ ही कई एनजीओ व यूनिवर्सिटी द्वारा सहारा भी गया। इस नए प्रयोग से प्रभावित होकर एग्रीकल्चर एंड टेकनोलाॅजी पर काम करने वाली नरोबी-बेस्ड जोमो केन्याटा यूनिवर्सिटी ने उन्हें 4 साल पहले केन्या बुलाया था। इसकी वजह वहां इस तरह के प्रयोग की शुरूआत की संभावनाओं का पता लगाना था। अब यह सपना भी सच होने जा रहा है।

अगले महीने इस तरह की बाइक कम ट्रैक्टर केन्याई मार्केट में लाॅन्च होने को तैयार है। इसके पीछे की मेहनत मनसूख जगानी की ही है। केन्या (अफ्रीका) की बात करें तो वहां 75 से ज्यादा बुकिंग हो चुकी है, जबकि 2 हजार लाइन में हैं। आने वाले समय में इसे कई और देशों में लाॅन्च किए जाने की योजना है।

Be the first to comment on "राॅयल एनफिल्ड को माॅडिफाय कर बनाया ट्रैक्टर, अब जाएगा अफ्रीका"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*


error: Content is protected !!