विधायकों की बेरुखी से भोज में आधे हुए प्रवेश

भोपाल।भोज मुक्त विश्वविद्यालय में परीक्षा केन्द्रों में विधायकों की अनुमति अनिवार्यता विद्यार्थियों की शिक्षा में बाधक बन रही है। विधायकों द्वारा परीक्षा केन्द्र खुलवाने में दिलचस्पी दिखाने के कारण इस वर्ष स्टूडेंट के एडमिशन आधे हो गए हैं। दरअसल, राजधानी के तीन विधायकों ने भोज मुक्त विवि के परीक्षा केन्द्र खुलवाने के लिए एकएक लाख रुपए जमा नहीं किए हैं, जिसके कारण केन्द्र नहीं खुले और इसके चलते प्रवेश फार्म जमा करने से इनकार कर दिया गया है। इस साल मात्र एक लाख एडमिशन ही हुए हैं, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा एक लाख से ऊपर था। भोपाल के हुजूर विधायक रामेश्वर शर्मा, विधायक सुरेन्द्र नाथ सिंह और विष्णु खत्री ने अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में हायर सेकंडरी स्कूलों में तीन से चार परीक्षा केन्द्र खुलवाए थे। विधायकों ने हाईस्कूल में परीक्षा केन्द्र मांगे थे, जिन्हें निरस्त कर दिया गया। इसमें से विवि को चार का केन्द्रों के राशि के रूप में चार लाख रुपए मिलते। इसका पत्र कलेक्टर द्वारा विवि को भेज दिया गया है। शेष केन्द्रों की राशि जमा नहीं होने केन्द्र को स्थापित कर दिए गए, लेकिन वहां विवि की गतिविधियां शुरू नहीं हो सकी हैं।

रिजल्ट जारी होने के बाद विद्यार्थी प्रवेश लेने उक्त केन्द्रों पर पहुंच रहे हैं। कुछ केन्द्रों की राशि जमा नहीं होने से विद्यार्थियों के फार्म आॅनलाइन जमा नहीं हो पा रहे हैं। केन्द्र प्रभारी प्राचार्य विद्यार्थियों से आवेदन लेने से कर रहे हैं।

दस में से मात्र चार की राशि ही जमा

तीनों विधायकों ने अभी तक केन्द्र के लिए भले ही मना नहीं किया है, लेकिन सभी केन्द्रों की राशि भी जमा नहीं की है।

तीनों के क्षेत्र में करीब दस केन्द्र खोले गए हैं। इसमें चार की राशि जमा हो चुकी है। एक का निरीक्षण रीजनल डायरेक्टर द्वारा कर लिया गया है। शेष को लेकर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।

विधायकों को अभी छह लाख रुपए और जमा करना है। इसके बाद ही उनके विधानसभा क्षेत्रों में केन्द्रों को संचालित किया जाएगा।

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