शोध में खुलासा, रोज नमाज पढ़ने नहीं होता ये दर्द

मल्टीमीडिया डेस्क। हाल ही एक शोध में खुलासा हुआ है कि मुस्लिम धर्म में जिस तरह से नमाज अता की जाती है, उससे शरीर के निचले हिस्से में कमर दर्द की समस्या दूर हो जाती है। शोध के मुताबिक रोज नमाज के दौरान जिस तरह के शारीरिक क्रियाएं की जाती है, वे जोड़ों के दर्द के लिए हितकारी होती है।
हाल ही इस शोध से जुड़े पेपर्स इंटरनेशनल जर्नल ऑफ इंडस्ट्रियल एंड सिस्टम इंजीनियरिंग में प्रकाशित हुए हैं। गौरतलब है कि दुनियाभर में करीब 1.6 बिलियम मुस्लिम प्रतिदिन पांच बार नमाज अता करते हैं। इस दौरान वे सऊदी अरब के पवित्र शहर मक्का की दिशा में अपने घुटनों पर बैठकर नमाज अता करते हैं।
साथ ही गर्दन, कमर, घुटनों का मूवमेंट भी करते हैं।


इस्लाम धर्म की पवित्र पुस्तक कुरअान में हर मुस्लिम के लिए ऐसा पांच बार करना अनिवार्य बताया गया है।
शोध रिपोर्ट के मुताबिक प्रतिदिन ऐसा करने से हृदय रोग के साथ ही मोटापे का खतरा भी नहीं रहता है। इस शोध के प्रमुख मोहम्मद खसवनेह ने कहा कि नमाज के दौरान की जाने वाली कुछ क्रियाएं योग व फिजिकल एक्सरसाइज जैसी ही होती है, जो कमर दर्द में हितकारी होती है।

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