उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में प्रियंका गांधी की भूमिका की कांग्रेस ने तारीफ़ की है, लेकिन भविष्य में पार्टी में उनकी क्या भूमिका रहेगी इसपर पार्टी कुछ भी कहने से बच रही है.
समाचार एजेंसी पीटीआई ने कांग्रेस प्रवक्ता अजय कुमार के हवाले से कहा है कि, “प्रियंका ने अब तक खुद को अमेठी और रायबरेली तक सीमित रखा था जहां से उनके भाई राहुल गांधी और मां सोनिया गांधी सांसद हैं, लेकिन समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन में उन्होंने वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आज़ाद के साथ मिलकर सक्रिय भूमिका निभाई है.”
अजय कुमार ने बताया कि प्रियंका पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी के निर्देशों का पालन कर रही थीं “जो कि पार्टी के किसी भी कार्यकर्ता को कोई भूमिका सौंप सकते हैं.”
पार्टी प्रवक्ता अजय कुमार ने आगे कहा, “जहां तक यूपी चुनाव का सवाल है कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ग़ुलाम नबी जी और प्रियंका जी से आग्रह किया था कि वो प्रगतिशील और समान विचारधारा वाली पार्टियों के साथ गठबंधन की राह बनाएं.”
लेकिन जब उनसे पूछा गया कि भविष्य में प्रियंका राज्य की राजनीति में क्या भूमिका निभा सकती हैं तो उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी का कार्यकर्ता और हर एक सदस्य यही चाहता है कि प्रियंका पार्टी में बड़ी भूमिका निभाएं.
जब ये होगा तो आपको इसकी सूचना दी जाएगी.”
पीटीआई के मुताबिक पार्टी के भीतर के लोगों का कहना है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू और अन्य नेताओं को कांग्रेस में शामिल कराने में प्रियंका गांधी ने प्रमुख भूमिका निभाई है.
लेकिन जब पार्टी प्रवक्ता से ये पूछा गया कि कांग्रेस की पदाधिकारी न होने के बावजूद प्रियंका को इतना महत्व कैसे मिल गया तो उन्होंने कहा, “कांग्रेस उपाध्यक्ष किसी भी पार्टी कार्यकर्ता को कोई भूमिका सौंप सकते हैं. ऐसे में पदाधिकारी होने न होने का क्या मतलब है.”
उन्होंने कहा कि कई लोगों के न चाहने के बावजूद समाजवादी पार्टी के साथ शानदार गठबंधन हुआ है.
सोनिया गांधी की तबीयत पिछले कुछ समय से अच्छी नहीं चल रही. ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि प्रियंका गांधी को कांग्रेस पार्टी में कोई बड़ी भूमिका सौंपी जा सकती है.
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