जबलपुर. सरकारी चिकित्सकों के अपने निवास पर परामर्श सेवा की तो अनुमति दे दी गई थी लेकिन यह शर्त रखी गई थी के वे उपकरण नहीं रख सकेंगे. कहा गया था कि सरकारी डॉक्टरों को घर पर प्रैक्टिस (परामर्श सेवा) की इजाजत तो रहेगी पर वे ऑपरेशन के लिए उपयोग में आने वाले उपकरण नहीं रख सकेंगे. सरकार चार साल पुराने इस आदेश पर अप्रैल माह में कैबिनेट में मंजूरी भी दे दी गई लेकिन अब तक सब कुछ ठन्डे बसते में है. चिकित्सकों ने न सिर्फ घरों के क्लीनिकों में ऑपरेशन की व्यवस्था कर रखी है बल्कि शहर में पदस्थ चंद सरकारी चिकित्सकों ने तो शहर में विधानसभावार क्लिनिक भी खोल रखे हैं, हैरानी की बात यह है की यह सब उस शहर में हो रहा है जहाँ स्वयं स्वास्थ्य राज्यमंत्री निवास करते हैं. पिछली बार हुई थी चूक अप्रैल माह में स्वास्थ्य विभाग ने तय किया है कि पिछली बार कानूनी नजरिए से आदेश को लागू करने में जो चूक हुई थी, उसे अब दूर किया जाएगा. दरअसल, इस मामले में कुछ डॉक्टरों ने हाईकोर्ट में याचिका लगा दी थी, जिससे डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हो पा रही थी. 1999 में हटाया गया था प्रतिबन्ध दरअसल 1999 में सरकार ने डॉक्टरों की निजी प्रैक्टिस पर लगा प्रतिबंध हटा लिया था. इसको लेकर स्वास्थ्य विभाग ने सितंबर 2013 में आदेश जारी कर साफ किया था कि डॉक्टर घर पर सिर्फ परामर्श सेवा दे सकते हैं. इसके लिए वे मूलभूत उपकरण (स्टेथोस्कोप, बीपी इंस्टूमेंट, ऑप्थेल्मोस्कोप, ओटोस्कोप, ईसीजी मशीन) रख सकते हैं, लेकिन ऑपरेशन में इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण, जिनके लिए लाइसेंस की जरूरत होती है, नहीं रख सकेंगे. चिकित्सा अधिकारी संघ ने दर्ज कराई थी आपत्ति इस आदेश पर चिकित्सा अधिकारी संघ ने आपत्ति दर्ज कराई थी. साथ ही कुछ डॉक्टर हाईकोर्ट चले गए थे. इसमें कहा गया था कि स्वास्थ्य विभाग ने आदेश निकालने से पहले कैबिनेट से मंजूरी नहीं ली थी . न की जाये कार्यवाही हाईकोर्ट ने सितंबर 2013 में निर्देश दिए कि याचिकाकर्ता और ऐसे डॉक्टरों के खिलाफ आगामी आदेश तक कोई कार्रवाई न की जाए. इस मामले को लेकर अब स्वास्थ्य विभाग कैबिनेट में चार साल पुराने आदेश पर मंजूरी लेने का प्रस्ताव ला रहा है. साथ ही यह भी तय किया गया है कि सरकार इस मुद्दे पर हाईकोर्ट में अपना पक्ष दमदारी से रखेगी. ये उपकरण नहीं रख सकते डेंटल चेयर, याग लेजर मशीन, पैथोलॉजी/बायोकैमिस्ट्री जांच के उपयोग में आने वाले उपकरण, एक्स-रे मशीन, यूएसजी ईको कार्डियोग्राफी.
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