कृषि योजनाओं के क्रियान्वयन में सहकारी बैंकों की भूमिका महत्वपूर्ण – कृषि मंत्री श्री बिसेन
जबलपुर में राज्य सहकारी बैंक के नये शाखा भवन का लोकार्पण
भोपाल :सहकारिता मंत्री श्री गोपाल भार्गव ने कहा है कि सहकारी बैंकों को वाणिज्यिक बैंकों का प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए कृषि के साथ-साथ व्यावसायिक क्षेत्र में भी इनकी सेवाओं का विस्तार किया जायेगा। सहकारी बैंकों के भवनों को अत्याधुनिक बनाया जायेगा। बैंक भर्ती बोर्ड से कुशल अधिकारियों एवं कर्मचारियों की भर्ती की जायेगी। सहकारी बैंकों में स्टाफ की कमी को भी तीन-चार माह में दूर कर लिया जायेगा । श्री भार्गव आज जबलपुर में मध्यप्रदेश राज्य सहकारी बैंक की शाखा के नये भवन का लोकार्पण कर रहे थे।
श्री भार्गव ने कहा कि मध्यप्रदेश देश का ऐसा राज्य है जहाँ समय पर अल्पकालीन ऋण चुकाने वाले किसानों से एक भी पैसा ब्याज के रूप में नहीं लिया जाता । अब तो सहकारी बैंकों द्वारा अल्पकालीन ऋण लेने वाले किसानों को मूल धन चुकाने पर भी दस फीसदी की छूट दी जा रही है ।
श्री भार्गव ने सहकारी बैंकों एवं सहकारी संस्थाओं की माली हालत सुधारने और घाटे की पूर्ति की दिशा में राज्य सरकार द्वारा दी जा रही मदद एवं सुविधाओं के लिए मुख्यमंत्री के प्रति आभार जताया। श्री भार्गव ने पिछले कुछ वर्षों में प्रदेश की सहकारी संस्थाओं को राष्ट्रीय स्तर पर मिले पुरस्कारों का जिक्र भी किया। सहकारिता मंत्री ने प्रदेश में नई सहकारी कार्य संस्कृति को अपनाने की जरूरत बताई ।
जिले के प्रभारी तथा कृषि विकास मंत्री श्री गौरीशंकर बिसेन ने नये शाखा भवन के शुभारंभ को सहकारी बैंकों की छवि सुधारने के किये जा रहे प्रयासों की दिशा में शुभ संकेत बताया । श्री बिसेन ने मध्यप्रदेश में बढ़ती कृषि विकास दर का उल्लेख भी किया । श्री बिसेन ने सहकारिता और कृषि को एक दूसरे का पूरक बताते हुए कहा कि सहकारी बैंकों के माध्यम से किसानों को 14 हजार करोड़ के बिना ब्याज के अल्पकालीन ऋण उपलब्ध करा रहे हैं। किसानों को दिये गये क्रेडिट कार्ड का बड़ा हिस्सा भी सहकारी बैंकों का ही है।
किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि 2021 तक किसानों की आय दोगुनी करने के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के संकल्प को पूरा करने की दिशा में रोडमेप तैयार करने वाला प्रदेश देश का पहला राज्य है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को भी प्रदेश में प्रभावी तरीके से लागू किया जा रहा है । श्री बिसेन ने कहा कि वर्तमान में सहकारी बैंकों की ऋण वसूली का प्रतिशत बढ़ रहा है । श्री बिसेन ने सहकारी बैंकों की कार्यप्रणाली को अत्याधुनिक बनाने की जरूरत बताई। उन्होंने कहा कि सहकारी बैंकों की शाखाएँ ऑनलाइन जुड़ने से किसानों और उपभोक्ताओं को तत्काल सेवाएँ मिल रही हैं।
स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री शरद जैन ने किसानों को खुशहाल बनाने में सहकारिता और कृषि विभाग की योजनाओं को अहम बताया। महापौर डॉ. स्वाति गोडबोले ने भी कार्यक्रम को संबोधित किया।
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