सिंहस्थ के शाही स्नान में साधु-संत एवं महात्माओं ने लगाई धर्म एवं आस्था की डुबकी

भोपाल :धर्म एवं आस्था का समागम सिंहस्थ कुभ महापर्व का दूसरा शाही स्नान आज मोक्षदायिनी क्षिप्रा सलिला के रामघाट, दत्त अखाडा, सहित विभिन्न घाट में संपन्न हुआ। शाही स्नान में क्षिप्रा सलिला में डुबकी लगाने के लिए साधु-संत एवं महात्माओं की भीड़ उमड़ पड़ी। शाही स्नान के दौरान साधु-संत एव महात्माओं ने विधि-विधान के साथ पूजा-अर्चना की और मोक्षदायिनी क्षिप्रा सलिला में जय-जयकार के नारे लगाते हुए धर्म एवं आस्था की डुबकी लगाई। इसके साथ ही शाही स्नान में लाखों श्रद्धालुओं ने भी डुबकी लगाकर पुण्य-लाभ प्राप्त किया। डुबकी लगाने वाले श्रद्वालुओं में धर्म और आस्था के प्रति गहरा लगाव देखने को मिला। शाही स्नान के दौरान साधु-संतों और महात्माओं का दौड़ते हुए क्षिप्रा में आकर डुबकी लगाने का दृश्य सभी को सम्मोहित कर रहा था।

शाही स्नान में जिला-रतलाम से पहुँचे श्रद्वालु श्री मोहन लाल ने बताया कि सिंहस्थ के शाही स्नान में लाखों श्रद्वालुओं को क्षिप्रा सलिला में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ प्राप्त करने का अवसर मिला है। महापर्व में जिला एवं मेला प्रशासन के द्वारा की गई व्यवस्थाएँ बेहतर हैं। शाही स्नान में जिला-छिंदवाड़ा से पहुँचे श्रद्वालु श्री रामप्रसाद ने बताया कि वह महाकाल का भक्त है। महापर्व में पुण्य लाभ प्राप्त करने के लिए वह पहले शाही स्नान में भी सम्मिलित हुआ और तीसरे शाही स्नान में भी सम्मिलित होकर पुण्य लाभ प्राप्त करेगा। जिला-गोंदिया महाराष्ट से पहुँचे श्रद्वालु श्री तिलक सिंह ने बताया कि पिछलें सिंहस्थ में पुण्य लाभ प्राप्त करने के लिए क्षिप्रा में डुबकी लगाई थी और इस सिंहस्थ में भी डुबकी लगाने के लिए आया है। श्री तिलक सिंह ने सिंहस्थ कुंभ महापर्व में की गई तैयारियों की प्रशंसा करते हुए बताया कि इस सिंहस्थ में साधु-संतों महात्माओं एवं श्रद्वालुओं के लिए की गई व्यवस्थाएँ बहुत ही बेहतर हैं।

शाही स्नान के लिए रहे व्यापक प्रबंध

द्वितीय शाही स्नान के लिए तैयार किए गए क्षिप्रा सलिला के घाटों में अदभुत रौनक थी। साधु-संत एवं महात्माओं के साथ-साथ श्रद्धालु भी डुबकी लगाने के लिए आतुर थे। साफ एवं स्वच्छ, बहती क्षिप्रा सलिला में उड़ते फव्वारों के साथ शाही स्नान पर एक अदभुत नजारा दिख रहा था। शाही स्नान के लिए जिला एवं मेला प्रशासन द्वारा व्यापक इंतजाम किए गए थे। शाही स्नान के दौरान क्षिप्रा में तैराकों का दल और मोटर बोट डुबकी लगाने वालों पर सतत निगरानी रख रहा था। क्षिप्रा सलिला के घाटों में डुबकी लगाने वाले साधु-संत, महात्माओं एवं श्रद्वालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस और पैरा मिलेट्री फोर्स के जवान अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। घाटों की निरंतर सफाई करने के लिए सफाईकर्मी हर आवश्यक स्थान पर अपनी-अपनी सेवाएँ दे रहे थे। किसी भी आपात-स्थिति से निपटने के लिये फायर वाहन, मेडिकल एम्बुलेंस, तैराक दल घाटों पर तैयार थे।

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