भोपाल । सुल्तानिया अस्पताल में भर्ती एक विचाराधीन कैदी रविवार सुबह टायलेट जाने के बहाने फरार हो गई। वह एएनसी वार्ड के यूनिट नंबर-4 में भर्ती थी। एएसपी राजेश सिंह भदौरिया के मुताबिक, निशा गुप्ता उर्फ विश्वकर्मा पत्नी प्रकाश विश्वकर्मा (45) ग्राम जगदीश बामोरी जिला सागर की रहने वाली है। उसे नाबालिग के अपहरण, दुष्कर्म और षड्यंत्र समेत विभिन्न धाराओं के तहत गिरμतार किया गया था। 30 दिसंबर 2016 को उसे सागर से केंद्रीय जेल भोपाल भेजा गया था। ब्लीडिंग की शिकायत पर जेल अस्पताल से 27 अक्टूबर को उसे सुल्तानिया रेफर किया गया था। रविवार तड़के करीब पांच बजे वह टायलेट जाने का कहकर वार्ड से निकली और मौका पाकर फरार हो गई।
आठ घंटे बाद मिली पुलिस को सूचना
निशा के भागने के बाद उसकी सुरक्षा में तैनात प्रहरी लक्ष्मी यादव ने जेल प्रबंधन को उसके भागने की सूचना दी। मामले में प्रहरी और जेल प्रबंधन की लापरवाही उजागर हुई है।
महिला सुबह करीब पांच बजे फरार हुई, जबकि तलैया पुलिस को दोपहर एक बजे पत्र भेजकर सूचना दी गई। प्रहरी ने स्थानीय पुलिस या डायल 100 को बताने के बजाए जेल जाकर अधिकारियों को जानकारी दी। इसके बाद जेल प्रबंधन ने तलैया पुलिस को सूचना दी और तलाश शुरू हुई।
रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर तलाश
सूचना के बाद तलैया पुलिस और जेल अधिकारी तुरंत सुल्तानिया अस्पताल पहुंचे। गार्डों से चर्चा के बाद पुलिस टीमें रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, रैन बसेरा समेत अन्य स्थानों पर रवाना की गर्इं।
फोटो के आधार पर वे महिला की तलाश कर रहे हैं। एक टीम ने मिसरोद के जाटखेड़ी में भी दबिश दी। निशा पूर्व में इस इलाके में रहती थी और यहीं से एक नाबालिग लड़की को बहला- फुसलाकर साथ ले गई थी। बाद में उसने लड़की से अपने बेटे की शादी करवा दी थी।
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