03 जुलाई को शिक्षा का नया सत्र शुरू हुआ तो बहुत सारे बच्चों का स्कूल में पहला कदम पड़ा। शहर के स्कूल में नन्हें मुन्ने का पहला शैक्षिक सत्र शुरू हुआ ! इस दौरान स्कूल्स में बच्चों के प्रवेश से रौनक बढ़ गई। हालांकि कई सारे बच्चे पहले दिन स्कूल जाने में नखरे दिखाते रहे। कुछ की आंखों में आंसू भी थे लेकिन उनके अभिभावकों ने उन्हें समझाकर स्कूल ले गए। बच्चे नए ड्रेस, कॉपी- किताबें और नए बैग पाकर उत्साहित भी दिखे। वहीं कई सारे स्कूल्स में नौनिहालों का पहला दिन में मौज- मस्ती करते हुए बीता.
चेहरे पर दिखी खुशी
नया सेशन शुरू हुआ तो आमतौर पर अभी तक सुबह देर से सोकर उठने वाले बच्चों को सोमवार को उनके अभिभावकों ने जल्दी उठा दिया। इस दौरान बच्चों ने उठने में नखरे भी दिए लेकिन उनके पेरेंट्स ने उन्हें स्कूल्स चलने के लिए तैयार कर लिया। कुछ अभिभावकों ने बताया उन्होंने अपने बच्चों को नए ड्रेस, बैग और कॉपी- किताब दिलवाई थी। इसलिए वे खुद ही सुबह जल्दी उठ गए और स्कूल के लिए निकल पड़े।
दोस्तों के साथ किया टाइम स्पेंड
फ्राइडे सेशन का पहल दिन था इसलिए ज्यादातर स्कूल्स में सारे सब्जेक्ट्स की पढ़ाई नहीं हुई। इसलिए बच्चों ने क्लास में दोस्तों संग खूब बातचीत की। वहीं इंटरवल होने के बाद अपने दोस्तों के साथ बच्चों ने जमकर मौज- मस्ती की। एक दूसरे हालचाल पूछा और उनके साथ कई गेम्स भी खेले। स्कूल क्लोज होने की जैसे ही घंटी बजी। बच्चे दौड़ते हुए स्कूल के बाहरी दरवाजे की तरफ दौड़ पड़े। जहां उनके पेरेंट्स उनका इंतजार कर रहे थे। ज्यादातर स्टूडेंट्स के माता- पिता सेशन का पहला दिन होने के कारण उन्हें स्कूल से घर ले जाने के लिए आए थे।
बच्चों को स्कूल जाने के पहले दिन काफी तनाव भी हो जाता है, ऐसे में प्यार से ट्रीट करें। छोटे बच्चों के अभिभावकों के लिए स्कूल भेजने से पहले कुछ बातों और टिप्स को ध्यान में रखना चाहिये, जो निम्म प्रकार हैं :
1) स्कूल भेजने से पहले बच्चे को स्कूल के बारे में बताएं। उसे बातचीत करने के सही तरीके बताएं। उन्हे अच्छी-अच्छी कहानियां पढ़कर सुनाएं। इससे बच्चे काफी खुश होगें और स्कूल जाने के लिए एक्साइटेड भी रहेगें।
2) बच्चे को स्कूल भेजने से पहले माता पिता को भी कूल रहना जरूरी है, उसके सामान आदि लाने के बाद उस पर गुस्सा न करें। बच्चे को खुश रखें और ऐसे दर्शाएं कि उसकी लाइफ में कुछ अच्छा और प्यारा सा होने वाला है। 3) स्कूल भेजने से पहले ही बच्चे के सोने के टाइम को सही कर दें, उसे रात में जल्दी सुलाएं और सुबह जल्दी उठाएं। इससे यह आदत उसके रूटीन में आ जाएगा और वह आसानी से स्कूल जा सकेगा। बच्चे को सुबह प्रॉपर नाश्ता दें और उसके नखरों को सही तरीके से हैंडल करें। 4) स्कूल भेजने से पहले बच्चे को सही तरीके से टॉयलेट का यूज करना सीखा दें। उसे समझाएं कि जब उसे टॉयलेट आएं तो उसे कैसे और किस तरह से परमीशन मांगकर जाना होगा और कैसे अपनी ड्रेस को सही से खोलना और बंद करना होगा। 5) स्कूल भेजने से पहले बच्चे को सारा सामान खरीदकर दे दें, ज्यादा फैंसी टिफिन या पेसिंल बॉक्स खरीदने से बेहतर होगा कि ऐसा खरीदें जो बच्चा आसानी से खोल सकें और उसका इस्तेमाल कर सके। 6) बच्चे को सही तरीके से हाथ धुलना सिखाएं। कूडे को डस्टबीन में डालना सीखाएं, ताकि वह स्कूल में अपनी स्वच्छता का ध्यान रख सकें।
7) बच्चे को शुरूआत में लाने और जाने का सही प्रबंध करें। शुरूआत में कुछ समय तक आप साथ में जाएं। इससे बच्चा कर्म्फट रहेगा और खुश भी होगा। 8) बच्चे को स्कूल भेजने से पहले वहां के स्टॉफ के नम्बर अपने पास नोट कर लें ताकि जरूरत पड़ने पर आप उन्हे कॉल कर सकें। इमरजेंसी में बच्चे को कैसे हैंडल करना है इस बारे में भी स्कूल स्टॉफ को बता दें।
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