हिंदी विवि में इंजीनियरिंग समेत 31 कोर्स बंद करने की तैयारी!

भोपालअटल बिहारी वाजपेयी हिंदी विश्वविद्यालय में पिछले वर्ष शुरू किए गए इंजीनियरिंग सहित 31 कोर्स बंद किए जाने की तैयारी है। ये वे कोर्स हैं, जिनमें पांच से भी कम स्टूडेंट हैं। इनकी जगह विश्वविद्यालय नए रोजगार मूलक कोर्स शुरू करेगा। जिन कोर्सेस में एक या दो एडमिशन हुए हैं, उन्हें मिलते-जुलते कोर्स में एडजेस्ट करने के लिए स्टूडेंट को कन्वेंस किया जा रहा है। हालांकि स्टूडेंट सीट छोड़ने को तैयार नहीं हैं, क्योंकि अब वह किसी अन्य कॉलेज या विश्वविद्यालय में प्रवेश नहीं ले सकते। विवि द्वारा शुरू किए गए इंजीनियरिंग कोर्स को एआईसीटी से मान्यता नहीं मिली है, फिर भी इसमें इस साल लेटरल एंट्री से 10 छात्रों को प्रवेश दिया गया है। पिछले वर्ष 6 छात्रों ने एडमिशन लिया था। इसमें से 4 ने परीक्षा दी थी, जिसमें से दो फेल हो गए। जो दो स्टूडेंट पास हुए, वह भी चले गए।

विवि की तीन ब्रांच की सभी 90 सीटें खाली हैं। इसके अलावा 31 कोर्स ऐसे हैं जिसमें एक से चार छात्रों ने ही दाखिला लिया है।

हिंदी विश्वविद्यालय के इन 31 कोर्सेज में 5 से कम एडमिशन

विद्या निधि हिंदी-1, विद्या निधि राजनीति शास्त्र-1, विद्यानिधि लोक प्रशासन-1, विद्यानिधि भौतिकी-2, विद्यानिधि वाणिज्य-2, विद्या निधि प्रबंधन- 1, एमए राजनीति शास्त्र-2, एमए अर्थशास्त्र-1, एमए संस्कृत-2, एमए संगीत-1, एमएससी भौतिक शास्त्र-2, एमएससी गणित-2, एमएससी संगणक विज्ञान-1, एमएफएससी मत्स विज्ञान-3, एम कॉम वाणिज्य-3, एमएससी रासायनिक शास्त्र-3, बीएससी,जैव विविधता संरक्षण एवं प्रवंधन-4, बीबीए (पारिवारिक व्यवस्था)-3, बीसीए (संगणक), अनुप्रयोग-4, स्नातकोत्तर पत्रोपाधि साइबर कानून-4, स्नातकोत्तर पत्रोपाधि पर्यावरण विधि-3, स्नातकोत्तर पत्रोपाधि गर्व संस्कार-3, स्नातकोत्तर पत्रोपाधि (पत्रकारिता एवं जनसंचार)-3, डिप्लोमा, पर्यटन प्रबंधन एवं तीर्थाटन-1, डिप्लोमा मत्स्य विज्ञान-2, डिप्लोमा पुस्तकालय विज्ञान-2, डिप्लोमा, गर्भ संस्कार-2, प्रमाण पत्र (ज्योतिर्विज्ञान छह माह)-3, प्रमाण पत्र (जैविक कृषि, प्रौद्योगिकी प्रबंधन छह माह)-2, प्रमाण पत्र योग प्रशिक्षक प्रशिक्षण-1, प्रमाण पत्र सृजनात्मक हिंदी-1

छात्रों के बैठने तक की व्यवस्था नहीं , प्रोफेसर पढ़ा रहे दो सौ कोर्स

विश्वविद्यालय की स्थापना के छह साल बाद भी पढ़ाई का स्तर नहीं सुधर पाया है। छात्रों के बैठने तक की व्यवस्था नहीं है।

यहां 18 विभागों में 192 कोर्स संचालित हैं। स्थाई स्टाफ के नाम पर मात्र कुलपति, रजिस्ट्रार और प्रतिनियुक्ति पर आए चार प्राफेसर ही हैं। करीब 20 लोगों का अस्थाई स्टाफ है। हिंदी विश्वविद्यालय देश का एकमात्र विश्वविद्यालय है, जिनमें हिंदी में इंजीनियरिंग एवं मेडिकल कोर्स शुरू किए गए थे, जिसमें देश के विभिन्न राज्यों से छात्रों ने दाखिला भी लिया।

Be the first to comment on "हिंदी विवि में इंजीनियरिंग समेत 31 कोर्स बंद करने की तैयारी!"

Leave a comment

Your email address will not be published.


*


error: Content is protected !!