15 हजार में ज्वाइनिंग लेटर! चौंक गए न। निजी कंपनी में नौकरी दिलाने का यह फर्जीवाड़ा चल रहा था। ठगों ने फर्जी कंपनी खोल रखी थी। इसी के जरिए वे बेरोजगारों को फांसते थे। शनिवार को पटना पुलिस ने चार शातिरों को गर्दनीबाग थाने के अनिसाबाद से धर दबोचा।
दबोचे गए ठगों में अजय मिश्रा (बेगूसराय), अविनाश कुमार (माधोपुर, बख्तियारपुर), मो. कमालउद्दीन (मोतीपुर, मुजफ्फरपुर)व संतोष साह (मजराहा, मोतिहारी) हैं। इनके पास से पुलिस ने एक मैनेजमेंट मार्केटिंग कंपनी का लेटरपैड, कैश मेमो, 15 हजार 300 नकद, आवेदन पत्र, ज्वाइनिंग लेटर सहित अन्य दस्तावेज बरामद किया है।
एसएसपी मनु महाराज ने बताया कि सूचना मिली थी कि पुलिस कॉलोनी में एक मैनेजमेंट मार्केटिंग कंपनी खोलकर बेरोजगार युवकों से नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जा रही है। गर्दनीबाग थानाध्यक्ष बीके चौहान के नेतृत्व में पुलिस ने कंपनी के कार्यालय में छापेमारी की तो वहां से सरगना सहित चार लोग पकड़े गए।
विज्ञापन छपवा कर फंसाते थे जाल में
दबोचे गए ठगों ने बताया कि बेरोजगारों को ठगने के लिए ये लोग अखबारों में विज्ञापन छपवाते थे। ग्रामीण इलाकों में तो पोस्टर साट कर लोगों को बरगलाते थे। पोस्टर-विज्ञापन देखकर बेरोजगार उनके कार्यालय में नौकरी लेने के लिए आते थे।
पैसे नहीं देने पर देते थे धमकी
ठग बेरोजगारों से तरह-तरह से पैसे ऐंठते थे। पहले सौ रुपए में दो फार्म दिया जाता था। उसके बाद तीन हजार रुपए लेकर रजिस्ट्रेशन। कुछ दिन बाद कंपनी के लोग 12 से 15 हजार रुपए लेकर नौकरी का फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमा देते थे। जो रुपए नहीं देते थे उनसे जबरन पैसे छीन लिया जाता था। पैसे नहीं देने पर किडनी निकालकर बेचने की धमकी भी ठग देते थे।
दर्जनों बेरोजगार हो चुके हैं शिकार
पकड़े गए ठग बेगूसराय, लखीसराय, मोकामा, बाढ़ और उत्तर बिहार के कई जिलों में पोस्टर साट कर नौकरी देने का प्रचार करते थे। अब तक दर्जनों बेरोजगारों को गिरोह के लोग ठग चुके हैं। गिरोह के लोग दर्जनभर से अधिक दलाल रखे थे जो बेरोजगारों को फंसाकर लाते थे।
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