5 करोड़ की फिरौती के लिए ओला कैब समेत हुआ डॉक्टर का अपहरण, बदमाश भेज रहे वीडियो

दिल्ली से एक डॉक्टर का अपहरण कर पांच करोड़ की फिरौती मांगने के मामले में दिल्ली पुलिस ने रविवार को एनएच-58 पर वैगनआर कार सवार बदमाश की घेराबंदी कर ली। खतौली से पीछा करती आ रही दिल्ली पुलिस से बचने के लिए बदमाश कार को करीब पांच फीट ऊंचा कूदाकर दौराला के जंगल में जा घुसा।

टायर फटने पर बदमाश कार छोड़कर जंगल में गायब हो गया। दिल्ली और मेरठ पुलिस ने जंगल में करीब छह घंटे तक कांबिंग की। लेकिन सफलता नहीं मिली। पुलिस के मुताबिक आंध्र प्रदेश निवासी डॉ. श्रीकांत गौड़ (29) दिल्ली में मेट्रो हार्ट एवं कैंसर अस्पताल प्रीत विहार में चिकित्सक हैं। वह गौतम नगर, दिल्ली में रहते हैं। छह जुलाई को प्रीत विहार मेट्रो स्टेशन से घर जाने के लिए उन्होंने ओला कैब बुक की थी। उसके बाद बदमाशों ने कैब समेत डॉक्टर का अपहरण कर ओला कैब कॉल सेंटर पर कॉल कर पांच करोड़ रुपये की फिरौती मांगी। अपहृत डॉक्टर के साथी डॉ. राकेश ने दिल्ली में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

दिल्ली पुलिस ने डॉक्टर के मोबाइल नंबर को सर्विलांस पर लगा रखा था। जिसमें एक नंबर दौराला क्षेत्र के दादरी गांव निवासी अनुज पुत्र सतबीर का ट्रेस हुआ। इस नंबर की लोकेशन खतौली में मिलने पर पुलिस वहां पहुंची। पुलिस ने सफेद वैगनार कार यूपी 15सीटी 2291 में सवार बदमाश अनुज का खतौली से पीछा शुरू किया। दौराला बॉर्डर से पहले बदमाश ने पुलिस को पीछा करते देखा तो वह कार दौड़ाता हुआ दौराला क्षेत्र में सकौती-पीरपुर मार्ग पर ले गया। यहां दिल्ली पुलिस ने उसकी घेराबंदी की तो बदमाश ने पहले तो पांच फीट ऊपर से गाड़ी को कूदा दिया। इस दौरान कार का टायर भी फट गया। कार से कूदकर बदमाश जंगल में घुस गया।

मेरठ पुलिस की ली मदद बदमाश की घेराबंदी में दिल्ली पुलिस पूर्वी दिल्ली के एडिशनल डीसीपी एनके मीना के नेतृत्व में लगी थी।  सफलता नहीं मिलने पर दिल्ली से स्पेशल क्राइम ब्रांच की टीम बुलाई गई। उसके बाद एसटीएफ मेरठ के अलावा सीओ दौराला बीएस वीर कुमार और इंस्पेक्टर दौराला दिनेश सिंह पल्लवपुरम और कंकरखेड़ा पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे। लेकिन सर्च अभियान के बावजूद बदमाश का सुराग नहीं लगा। पुलिस ने कार कब्जे में ले ली। पुलिस ने अनुज के फरार होने के बाद उसकी पत्नी, पिता, मां और भाभी के अलावा गांव के ही चार लोगों को हिरासत में लिया है। इंस्पेक्टर दौराला के अनुसार अनुज और उसका फरार भाई सुशील कैब में अपनी वैगनआर और सेंट्रो चलाते हैं। दिल्ली पुलिस के टारगेट पर सबसे पहले अनुज ही आया।

अपने क्षेत्र में पीछा छुड़ाया दिल्ली पुलिस को बदमाश अनुज ने अपने गांव दादरी क्षेत्र में पहुंचते ही मात दे दी। उसने दादरी से एक किमी दूर सकौती फ्लाईओवर के पास से कार को फिल्मी स्टाइल में डिवाइडर पर चढ़ाया और फिर पीरपुर मार्ग की तरफ कार को हाईवे से कूदा दिया। दिल्ली पुलिस नहीं समझ सकी और बदमाश हाथ से फिसल गया।

कांवड़ में वन वे का उठाया फायदा एक पुलिस अधिकारी के अनुसार कांवड़ यात्रा के चलते एनएच-58 वन वे होने के चलते सड़क के एक तरफ कांवड़िये तो दूसरी तरफ दोपहिया और चौपहिया वाहन आ-जा रहे थे। बदमाश ने लोकल होने का फायदा उठाकर अचानक पीरपुर के रास्ते की तरफ से कट मारकर कार को कूदा दिया। पुलिस ने चार राउंड हवाई फायरिंग भी की। लेकिन बदमाश चकमा दे भागा। यदि हाईवे पर कांवड़ियों की भीड़ नहीं होती तो उनके हाथ सफलता लग सकती थी। हालांकि दिल्ली पुलिस और एसटीएफ ने ईख के खेत में बिना बुलेट प्रूफ जैकेट और हेलमेट के कांबिंग कर जोखिम भी उठाया।

दो दिन से 30 सदस्यीय टीम डीसीपी ओमबीर सिंह के नेतृत्व में दिल्ली पुलिस की करीब 30 सदस्यीय टीम दो दिनों से सर्किट हाउस में रुकी है। दिल्ली पूर्वी क्षेत्र के एडिशनल डीसीपी एनके मीना मीडिया से बातचीत करने से बचते नजर आए। उनका कहना था कि बदमाश को पकड़ने के बाद ही मामले का खुलासा किया जाएगा।

फिरौती लेने के लिए वीडियो भेज रहे बदमाश पुलिस सूत्रों का कहना है कि बदमाश पांच करोड़ रुपये की फिरौती लेने के लिए मोबाइल फोन से डॉक्टर के घर वीडियो भेज रहे हैं। बदमाश धमकी दे रहे हैं कि पैसे जल्दी दो दो, नहीं तो डॉक्टर की हत्या कर देंगे। अगर पुलिस को बताया तो फिर अंजाम बुरा होगा। जिसके बाद पुलिस भी कुछ बोलने के लिए तैयार नहीं है।

 

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